कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मौनी अमावस्या के मौके पर प्रयागराज स्थित संगम में डुबकी लगाई. इससे पहले प्रियंका गांधी ने ऐतिहासिक आनंद भवन का भी दौरा किया था. प्रयागराज में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी मनकामेश्वर मंदिर भी गईं. प्रियंका गांधी ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से भी मुलाकात की.
प्रयागराज में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि यहां आकर बहुत खुशी हुई क्योंकि शंकराचार्य जी और मेरे परिवार का पुराना रिश्ता रहा है. 1990 में जब पिताजी चुनाव हारे थे तो उन्होंने नए घर में प्रवेश किया था, उनके गृह प्रवेश की पूजा शंकराचार्य जी ने ही की थी. प्रियंका गांधी मनकामेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना और स्वामी स्वरूपानंद से मुलाकात के बाद दिल्ली रवाना हो गईं.
प्रियंका गांधी सबसे पहले नेहरू-गांधी परिवार के पैतृक आवास आनंद भवन गईं. यहां उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के स्मृति स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. यह वही जगह है, जहां संगम में विसर्जन से पहले नेहरू की अस्थियां रखी गई थीं. प्रियंका ने आनंद भवन स्थित अनाथालय में बच्चों के साथ भी कुछ समय बिताया.
संगम पहुंची प्रियंका गांधी ने मांझी के साथ खुद नाव की पतवार चलाई. संगम से अरैल घाट लौटते समय प्रियंका गांधी ने नाव की पतवार संभाली. इस दौरान उन्होंने नाव चला रहे मांझी से बात भी की. नाव की पतवार चलाते प्रियंका की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं.
संगम में स्नान के बाद प्रियंका गांधी मनकामेश्वर मंदिर पहुंचीं. यहां शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मुलाकात की है. इस दौरान शंकराचार्य ने उन्हें प्रसाद, शॉल व ज्योर्तिमठ की एक पुस्तक भेंट की.
बता दें कि बीते दिन भी प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में ही थीं. प्रियंका ने सहारनपुर में हुई किसान महापंचायत में हिस्सा लिया था, जिसके जरिए प्रियंका ने मोदी सरकार के कृषि कानूनों को निशाने पर लिया था. यूपी में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होना है, प्रियंका गांधी यूपी कांग्रेस की प्रभारी हैं ऐसे में उनकी ओर से लगातार यहां कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया जा रहा है