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उत्तर प्रदेश

कानपुर में अचानक बढ़ने लगे ब्लैक फंगस के मरीज, इंजेक्शन की हुई भारी किल्लत

कानपुर में अचानक बढ़ने लगे ब्लैक फंगस के मरीज
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कोरोना के बाद ब्लैक फंगस एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है. कानपुर में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. जिसकी वजह से मरीजों को सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज नहीं मिल पा रहा है. 

(प्रतीकात्मक फोटो- पीटीआई)

कानपुर में अचानक बढ़ने लगे ब्लैक फंगस के मरीज
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कानपूर के फॉर्चून हॉस्पिटल में अबतक ब्लैक फंगस के पंद्रह मरीज भर्ती हो चुके हैं जिनमें सात गंभीर मरीजों का ऑपरेशन किया गया है जिनकी आखों में इंफेकशन था. राहत वाली बात ये है कि सभी मरीज ठीक हैं. 

कानपुर में अचानक बढ़ने लगे ब्लैक फंगस के मरीज
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हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर मनीष वर्मा का कहना है कि अब हमें जरुरत के मुताबिक इंजेक्शन नहीं मिल पाए हैं. जिसकी वजह से कई मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर कर दिया गया है. ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इंजेक्शन बेहद जरूरत है. बता दें, फार्चून हॉस्पिटल पहले कोरोना हॉस्पिटल था इसमें ज्यादातर मरीज वही हैं जिनका पहले कोरोना का इलाज यहां हुआ था.  

(प्रतीकात्मक फोटो- पीटीआई)

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वहीं इस मामले में डॉक्टर मनीष वर्मा का कहना है कि हमारा अस्पताल पहले कोरोना के मरीजों के लिए था. लेकिन अब हमारे यहां पर ब्लैक फंगस के कई मरीज आ रहे हैं. अबतक पंद्रह मरीज हमारे हॉस्पिटल में भर्ती हो चुके हैं,  जिनमें सात का ऑपरेशन किया जा चुका है. लेकिन अब तक किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है. 

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देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच ब्लैक फंगस के मामले अचानक से बढ़े हैं. अभी तक पूरे देश में 10 हजार से ज्यादा केस रिपोर्ट किए गए हैं. ब्लैक फंगस की बीमारी में इस्तेमाल होने वाले Amphotericin इंजेक्शन की अभी भारत में कमी है, ऐसे में इसे बाहर से इम्पोर्ट किया जा रहा है.  

(प्रतीकात्मक फोटो- पीटीआई)

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