दिल्ली शराब घोटाले की जांच की आंच अब तेलंगाना तक पहुंच गई है. ईडी की इस जांच में प्रदेश के सीएम केसीआर के बेटी और टीआरएस एमएलसी के कविता पर भी शिकंजा कसता दिख रहा है. हालांकि घोटाले में नाम आने के बाद उन्होंने गुरुवार को कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.
कविता ने कहा कि वह और उनकी पार्टी के नेता वर्तमान में ED और CBI जैसी केंद्रीय एजेंसियों के रडार पर हैं, हम सभी किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं. कविता ने कहा, "हम किसी भी तरह की जांच का सामना करेंगे. अगर एजेंसियां आती हैं और हमसे सवाल पूछती हैं तो हम निश्चित रूप से जवाब देंगे, लेकिन मीडिया में चुनिंदा फोटो लीक कर नेताओं की छवि खराब करना गलत है.
कविता ने ईडी के आरोपों को खारिज करते हुए केंद्र सरकार पर साजिश करने का आरोप लगाया है. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी में हिम्मत है तो वह उन्हें और अन्य नेताओं को दोषी साबित कर जेल में रखें.
केंद्र ने 8 साल में 9 राज्यों की सरकारें गलत तरीके से गिराईं
टीआरएस एमएलसी ने कहा कि देश का हर बच्चा जानता है कि चुनावी राज्यों में ईडी पीएम मोदी से पहले पहुंचती है, तेलंगाना में भी ऐसा ही हुआ है. तेलंगाना में अगले साल चुनाव हैं. पीएम मोदी हमें सलाखों के पीछे डाल सकते हैं, लेकिन हम फिर भी लोगों के लिए काम करते रहेंगे और बीजेपी की विफलताओं को उजागर करेंगे.
कविता ने कहा कि मोदी सरकार 8 साल पहले आई थी और इन 8 सालों में 9 राज्यों में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिरा दिया और गलत तरीके से अपनी सरकारें बनाईं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि हमने ईडी का स्वागत किया है और हम उनके साथ सहयोग किया, फिर भी बीजेपी ओछी चाल चल रही है.
अमित अरोड़ा ने एक साल में 10 बार किया संपर्क
मामले की जांच कर रही ईडी ने पिछले दिनों शराब घोटाला मामले में गुरुग्राम के शराब कारोबरी अमित अरोड़ा को गिरफ्तार किया है. अमित अरोड़ा को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का बेहद करीबी माना जाता है.
वहीं ईडी ने अमित अरोड़ा की रिमांड कॉपी में बताया कि कथित आबकारी नीति घोटाला होने के दौरान अमित ने के कविता, मनीष सिसोदिया और कैलाश गहलोत जैसे राजनेताओं 32 आरोपियों और संदिग्धों ने से फोन पर बात की थी. उसने TRS MLC कविता से दो अलग-अलग नंबरों के जरिए करीब 10 बार संपर्क किया था.
मीडिया रिपोर्ट़्स के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि कविता ने एक अन्य बिजनेसमैन के जरिए आम आदमी पार्टी के नेताओं को 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.