आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी और YSRTP पार्टी की चीफ शर्मिला रेड्डी की मां वाईएस विजयम्मा को गुरुवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया. वह अपनी बेटी शर्मिला से मिलने के लिए पार्टी हाउस जाने वाली थी. लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
जगन की बहन और YSRTP प्रमुख शर्मिला सरकार तेलंगाना की केसीआर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है. सरकार के विरोध में उनकी पदयात्रा को मंजूरी नहीं दी गई है. इसके विरोध में शर्मिला ने पार्टी ऑफिस में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है. लेकिन जब उनकी मां पार्टी ऑफिस में शर्मिला से मिलने जाने लगी थी तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया.
इस पर विजयम्मा ने कहा, क्या यह लोकतंत्र है? इससे पहले किसी सरकार ने आपत्ति नहीं जताई. पूर्व में कई नेताओं ने पदयात्राएं की हैं, फिर चाहे वह चंद्रबाबू नायूड, वाईएस राजशेखर रेड्डी, वाईएस जगहन, बंदी संजय कुमार, राहुल गांधी हो. यह वाईएस शर्मिला की दूसरी पदयात्रा है. सरकार ने बंदी संजय और राहुल गांधी को पदयात्रा की मंजूरी दी लेकिन वाईएस शर्मिला को इसकी मंजूरी क्यों नहीं दी जा रही.
इससे साफ है कि यह सरकार वाईएस शर्मिला से डरी हुई है. मुझे सिर्फ उसकी चिंता थी इसलिए मैं उससे मिलने जा रही थी. लेकिन पुलिस ने हमारा रास्ता रोक लिया और वह हमें वहां जाने नहीं दे रहे. यह सिर्फ कुछ मीटर की दूरी है.
लोकतंत्र में सभी को प्रदर्शन करने का अधिकार
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को प्रदर्शन करने का अधिकार है. लेकिन सरकार और पुलिस जरूरत से अधिक प्रतिक्रिया दे रही है. बीजेपी के बंदी संजय कुमार को पदयात्रा की मंजूरी नहीं दी गई थी. लेकिन बाद में उन्होंने कोर्ट से पदयात्रा की मंजूरी ली. अब वे पदयात्रा कर रहे हैं.
वाईएस शर्मिला को कोर्ट से पदयात्रा की मंजूरी मिली है. लेकिन फिर भी उसे पदयात्रा नहीं करने दी जा रही.
केसीआर ने तेलंगाना में लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया
YSRTP पार्टी की चीफ शर्मिला रेड्डी ने कहा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राज्य में लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया है. रेड्डी ने राज्य सरकार की पुलिस के खिलाफ एक ज्ञापन भी दिया है. सरकार के खिलाफ शर्मिला की पदयात्रा को प्रशासन से मंजूरी नहीं दी गई है.
उन्होंने कहा कि केसीआर ने तेलंगाना में लोकतंत्र को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. वह तानाशाही और भ्रष्ट सरकार के खिलाफ उठने वाली असहमति की हर आवाज का गला घोंट रहे हैं. यह देखना बहुत निंदनीय है कि आखिर किस तरह मुख्यमंत्री की सीट पर बैठा शख्स तानाशाही हो सकता है.
उन्होंने कहा कि उनकी पदयात्रा टीआरएस के राज में तानाशाही सरकार का पर्दाफाश करने के उद्देश्य से शुरू होनी थी.
बता दें कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला की कार को हैदराबाद पुलिस ने पिछले महीने क्रेन से उठा कर खिंचवा दिया था. ये सब तब हुआ जब जगन की बहन और YSRTP पार्टी की चीफ शर्मिला रेड्डी अपनी कार में सवार थीं. बता दें कि शर्मिला रेड्डी तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के चलते कार के अंदर बैठी हुई थीं.
शर्मिला जगन मोहन रेड्डी की बहन होने के साथ-साथ अविभाजित आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी हैं. उन्होंने जुलाई 2021 में YSR तेलंगाना पार्टी लॉन्च की थी.
एक दिन पहले ही शर्मिला पर अज्ञात लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया था. उन्होंने 'शर्मिला गो बैक' के नारे लगाए थे और ज्वलनशील लिक्विड डाला था. इसके कारण बस में आग लग गई थी. घटना के दौरान करीब 20 सदस्य बस के अंदर थे. जो अलर्ट के बाद नीचे उतर गए थे. शर्मिला कार्यकर्ताओं के साथ नरसम्पेटा में लंच ब्रेक के लिए रुकी थीं, तभी यह घटना हुई.