पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अपीली जज न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) इरफान कादिर ने अपना नरम रवैया जारी रखते हुए पूर्व कप्तान यूनिस खान पर लगा अनिश्चितकालीन प्रतिबंध हटा दिया.
यहां राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में सुनवाई के बाद सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति ने कहा कि यूनिस पर प्रतिबंध का कोई आधार नहीं है.
कादिर ने मीडिया से कहा, ‘प्रतिबंध बोर्ड की जांच समिति की एकतरफा फैसला था. इसने यूनिस पर प्रतिबंध के दौरान उचित प्रक्रिया नहीं अपनाई.’ उन्होंने कहा कि अगर बोर्ड चाहता है तो वह यूनिस को नया कारण बताओ नोटिस जारी कर सकता है और उसे अपना बचाव करने का पर्याप्त मौका मिलना चाहिए.
कादिर ने पिछले हफ्ते एक अन्य पूर्व कप्तान शोएब मलिक पर लगा प्रतिबंध भी हटा दिया था और शाहिद अफरीदी पर लगा 30 लाख रुपये का जुर्माना भी माफ कर दिया था. उन्होंने अकमल बंधुओं कामरान और उमर पर लगा जुर्माना भी आधा कर दिया था.
यूनिस के वकील अहमद कय्यूम ने कहा, ‘यह यूनिस के लिए बड़ी जीत है. वह काफी खुश है क्योंकि उसका रुख सही साबित हुआ.’
कय्यूम ने कहा, ‘हम शुरू से कहते आये हैं कि प्रतिबंध अनुचित है और मेरे मुवक्किल ने कुछ गलत नहीं किया.’ उन्होंने कहा, ‘अगर बोर्ड हमें दूसरा कारण बताओ नोटिस जारी करता है तो हम मिलने पर इससे निपटेंगे.’
पीसीबी ने आस्ट्रेलिया दौरे पर टीम के लचर प्रदर्शन के बाद जांच समिति की सिफारिश पर यूनिस और मोहम्मद यूसुफ पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाया था जबकि शोएब मलिक और राणा नावेद को एक-एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था.