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नेता विपक्ष पर कांग्रेस कर रही है गैरवाजिब आलोचना: वेंकैया नायडू

संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया है कि विपक्ष के नेता (एलओपी) के मुद्दे पर कांग्रेस एनडीए सरकार की गैरवाजिब आलोचना कर रही है. उन्होंने कहा कि यह मामला लोकसभा अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में है.

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वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)
वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)

संसदीय मामलों के मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आरोप लगाया है कि विपक्ष के नेता (एलओपी) के मुद्दे पर कांग्रेस एनडीए सरकार की गैरवाजिब आलोचना कर रही है. उन्होंने कहा कि यह मामला लोकसभा अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र में है.

वेंकैया नायडू ने संवाददाताओं से कहा, ‘एलओपी का मुद्दा सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं है. मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. लेकिन वे सरकार की आलोचना कर रहे हैं. वे कहते हैं कि लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं है, यह संविधान की भावना के खिलाफ है. वे लोकसभा अध्यक्ष की भी आलोचना करते हैं.'

वेंकैया नायडू ने कहा, 'कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष का निर्णय सत्तारूढ़ दल से प्रभावित है. वह प्रभाव क्या है, मैं नहीं जानता. वे अपने अनुभव की बात कर रहे होंगे.’

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के बयान पर आपत्ति जताते हुए नायडू ने कहा कि उनके बयान अनुचित हैं. आनंद शर्मा ने कहा था कि अटॉर्नी जनरल के विचार का मोल उस कागज के बराबर भी नहीं है, जिस पर वह लिखा गया है.

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नायडू ने कहा, ‘अटॉर्नी जनरल ने विचार दिए. लोकसभा अध्यक्ष उस पर विचार कर सकती हैं और कोई निर्णय किया जाएगा. उन्होंने उससे पहले भी एजी पर हमले किए. पहले वे सरकार की आलोचना करते हैं, फिर लोकसभा अध्यक्ष की और अब एजी की.’

उन्होंने कहा, ‘अटॉर्नी जनरल देश के सबसे वरिष्ठ कानूनी अधिकारी हैं. आपका विचार उस पर अलग हो सकता है. लेकिन आप कैसे कह सकते हैं कि इसका मूल्य उस कागज के बराबर भी नहीं है, जिस पर वह लिखा गया है. एलओपी मुद्दे पर लोकसभा अध्यक्ष जो भी निर्णय करते हैं, उससे सरकार बंधी हुई है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार किसी पर दबाव बनाने में विश्वास नहीं करती. उन्होंने कहा, ‘अगर कोई विपक्ष का नेता बनता है, तो हमें क्यों डरना चाहिए? अध्यक्ष अगर लोकसभा में निर्णय करती हैं, तो हमें कोई समस्या नहीं है.’

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