महाराष्ट्र विधानसभा में गुरुवार सुबह से ही याकूब मेमन को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ. इस कारण सदन की कार्यवाही को पांच बार स्थगित किया गया, जिसके बाद छठी बार कार्यवाही को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
याकूब मेमन की फांसी को लेकर जहां सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को बड़ी बेंच सुनवाई कर रही है, वहीं कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने एक रेफरेंडम के जरिए याकूब की याचिका पर विचार करने की मांग की. बीजेपी और शिवसेना पहले से इस ओर विरोध को तैयार थी. लिहाजा सुबह जहां पहले सदन के बाहर नारेबाजी और हंगामा हुआ, वहीं बाद में बीजेपी और शिवसेना ने सदन के अंदर भी जमकर बवाल किया.
इस दौरान सदन की कार्यवाही को कुल पांच पर स्थगित किया गया. हर बार कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो जाता इसलिए आखिरकार छठी बार सदन की कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया.
क्या कहते हैं नेता और दल
शिवसेना नेता संजय राउत ने याचिका विरोध करते हुए कहा, 'एक याकूब के लिए न्याय व्यवस्था को बदला नहीं जा सकता. मैं किसी का नाम नहीं लूंगा, लेकिन यह दुखद है कि एक ओर जहां किसान आत्महत्या कर रहे हैं, आतंकी वारदातों में लोगों की मौत हो रही है. कोई भी उनके लिए मानवाता के आधार पर ही सही आंसू बहाने आगे नहीं आता. लेकिन एक आतंकी के लिए मानवता के आधार की बात की जाती है.'
बीजेपी के सत्यपाल सिंह ने कहा कि लोगों को उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जो आतंकी हमले का शिकार हुए हैं. उन्होंने कहा, 'हमारा न्याय व्यवस्था में पूरा विश्वास है. पूरी उम्मीद है कि नयाय मिलेगा.
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि कोर्ट में सुनवाई चल रही है. हर किसी को कुछ अधिकार मिले हैं. न्याय व्यवस्था पर हमें भी विश्वास है.