आने वाले दिनों में एनडीए का कुनबा और बड़ा हो सकता है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) केंद्र में एनडीए सरकार में शामिल हो सकती है. दरअसल, सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की निजी मुलाकात के बाद नए गठबंधन की चर्चा को लेकर सियासी बाजार गर्म है. सूत्रों कि माने तो अप्रैल के आखिरी हफ्ते में प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं, जिसमें टीआरएस को भी मंत्री पद दिए जाने की संभावना है.
मोदी से अकेले ही मिले चंद्रशेखर
सोमवार को चंद्रशेखर राव ने अकेले ही पीएम से मुलाकात की. इससे पहले वे जब भी पीएम से मिले तो उनके साथ पार्टी के अन्य नेता रहते थे. मंत्री पद के लिए टीआरएस के महासचिव के. केशव राव और चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता की दावेदारी सबसे मजबूत बताई जा रही है.
अल्पसंख्यक वोटरों को लेकर सकते में टीआरएस
जानकारों का मानना है कि बीजेपी और टीआरएस के बीच गठबंधन ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनाव के बाद ही संभव है. इन चुनावों में टीआरएस के सामने ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम है. ऐसे में टीआरएस बीजेपी से हाथ मिलाकर अल्पसंख्यक वोटरों को नाराज नहीं करना चाहती. पार्टी के रणनीतिकार भी चुनाव बाद गठबंधन के पक्ष में हैं.