केंद्र की मोदी सरकार ने नौकरशाही में बड़ा बदलाव करते हुए वित्त सचिव सुभाष गर्ग का तबादला ऊर्जा मंत्रालय में कर दिया. केंद्र सरकार के इस कदम से निराश सुभाष गर्ग ने अब जल्दी रिटायरमेंट की अर्जी दाखिल कर दी है.
बताया जा रहा है कि उर्जा मंत्रालय में भेजे जाने से सुभाष गर्ग निराश थे. सरकार के इस फैसले को सुभाष गर्ग के लिए एक डिमोशन के तौर पर देखा जा रहा था. जिसके बाद उन्होंने सरकार से जल्दी रिटायरमेंट मांगा है और इसको लेकर अर्जी दायर कर दी है. नियमों के मुताबिक उन्हें अब 3 महीने तक नोटिस पीरियड सर्व करना होगा या जब तक स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए उनका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाता, तब तक सेवा देनी होगी.
Finance Ministry Sources: Subhash Chandra Garg has applied for voluntary retirement. According to rules, he will have to serve a notice period up to 3 months or until his application for voluntary retirement is accepted. (file pic) pic.twitter.com/OlAQs20Ax0
— ANI (@ANI) July 25, 2019
बता दें कि नरेंद्र मोदी सरकार ने नौकरशाही में बड़ा फेरबदल किया है. मौजूदा वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग का तबादला ऊर्जा मंत्रालय में कर दिया. सुभाष चंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के विभाग के भी सचिव थे. वहीं निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) के वर्तमान सचिव अतानु चक्रवर्ती को आर्थिक मामलों के विभाग के नए सचिव के तौर पर नियुक्ति किया गया है.
आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक अजय कुमार भल्ला की जगह सुभाष चंद्र गर्ग को ऊर्जा सचिव का कार्यभार सौंपा गया. इस फेरबदल को गर्ग के लिए डिमोशन के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वित्त सचिव का पद नौकरशाही में बेहद प्रतिष्ठित माना जाता है और आमतौर पर यह पद मंत्रालय में सबसे वरिष्ठ अधिकारी को दिया जाता है.