जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पिछले पांच महीनों से घाटी में नजरबंद हैं. उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने गुरुवार को पूर्व सीएम से मिलने की इजाजत मांगी थी लेकिन वो ऐसा नहीं कर सकी. पुलिस अधिकारियों ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी. हालांकि इस बारे में वो मीडिया से भी बात नहीं कर सकती है, क्योंकि उनके घर पर मीडिया की पांबदी है.
बता दें कि पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाकर, उसे केंद्र शासित राज्य बनाया गया. तभी से घाटी के सभी बड़े नेतओं को नजरबंद कर रख गया है.
फारूक अब्दुल्ला को गुपकर रोड स्थित उनके घर में नजरबंद किया गया है. वहीं उमर अब्दुल्ला को हरि निवास और महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में एमए रोड स्थित एक सरकारी आवास पर नजरबंद रखा गया है.
इन नेताओं को किया गया रिहा
हालांकि 30 दिसंबर को जम्मू एवं कश्मीर में दो विधायकों सहित मुख्यधारा के पांच और नेताओं को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था. इन पांच नेताओं में अब्दुल जब्बार, बशीर अहमद मीर, जहूर अहमद मीर, यासिर रेशी और गुलाम नबी शामिल हैं. इन्हें श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल से रिहा किया गया है.
पिछले महीने डल झील के पास स्थित सेंचूर होटल से मुख्यधारा के कुल 35 राजनेताओं को एमएलए हॉस्टल ले जाया गया था. हिरासत में लिए गए चार नेताओं को पहले रिहा कर दिया गया था. फिलहाल हिरासत में लिए गए नेताओं की संख्या 26 है.