खाद्य सुरक्षा बिल को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के बीच सौदेबाजी हुई है. इस डील के मुताबिक, अब तक फूड सिक्योरिटी बिल की मुखालफत करने वाली सपा संसद में इसे पास कराने में कांग्रेस की मदद करेगी. यह दावा किया है, मुलायम के खिलाफ आय से अधिक सपंत्ति मामले में याचिकाकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने.
आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में विश्वनाथ चतुर्वेदी ने कहा है, 'मुलायम और उनके बेटे अखिलेश यादव के खिलाफ आय से अधिक सपंत्ति मामले में जल्द सीबीआई क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर सकती है. जिसके बदले में सपा खाद्य सुरक्षा बिल का समर्थन करेगी.' हालांकि कांग्रेस ने इन खबरों का खंडन किया है.
विश्वनाथ चतुर्वेदी के मुताबिक उन्हें एक केंद्रीय मंत्री ने जान से मारने की धमकी दी है. उन्होंने कहा, 'एक केंद्रीय मंत्री ने मुझे बुलाकर जान से मारने की धमकी दी और कहा कि इस बार मुलायम सिंह को और तंग मत करना वरना मार दिए जाओगे.' याचिकाकर्ता ने दावा किया है कि वे कोर्ट में हलफनामा दायर करके इस मंत्री के नाम का खुलासा करेंगे.
विश्वनाथ चतुर्वेदी ने कहा, 'ये चोरों की सरकार है. न्यूक्लियर डील के समय पर भी कुछ ऐसा हुआ था. उस वक्त अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ केस बंद हुआ था. अब की बारी मुलायम और अखिलेश को फायदा पहुंचाया जाएगा.
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने विश्वनाथ चतुर्वेदी के इन दावों को गलत बताया है. पार्टी प्रवक्ता राज बब्बर ने कहा है, 'कांग्रेस पार्टी कभी किसी से डील नहीं करती. मुलायम सिंह का मामला कोर्ट में है. इस पर फैसला भी वहीं होगा.'
वहीं, सपा सुप्रीमो जब शनिवार को मीडिया के सामने आए तो उन्होंने एक बार साफ किया कि उनकी पार्टी संसद में फूड बिल का विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि सपा मौजूदा कानून के खिलाफ है.