कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार सुबह अपने आवास 10 जनपथ के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की, जो पिछले सप्ताह चलती बस में गैंगरेप की शिकार हुई छात्रा को न्याय दिलाने तथा बलात्कारियों को मौत की सजा देने की मांग कर रहे थे. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) अध्यक्ष सोनिया ने प्रदर्शनकारियों से दूसरी बार मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि वह उनके साथ है.
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार इस मामले को लेकर 'गम्भीर' है. मगर प्रदर्शनकारियों की सोनिया गांधी से बातचीत बेनतीजा रही और प्रदर्शनकारी विरोध पर अड़े रहे. इस बैठक में राहुल गांधी और गृह राज्यमंत्री भी थे.
दिल्ली पुलिस लोगों के आक्रोश को जितना दबाने की कोशिश कर रही है, उतना ज्यादा सैलाब सड़कों पर उमड़ आ रहा है. रविवार को इंडिया गेट पर प्रदर्शन करने पहुंची लड़कियों के साथ बदसलूकी भी हुई.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई बार भिड़ंत हो गई. जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को बसों में भरकर बवाना जेल ले जाने की कोशिश कर रही थी, तो युवा बसों के नीचे लेट गए. बस रोकने की कोशिश में पुलिस से उनकी भिड़ंत हुई. इसी दौरान गैंगरेप के खिलाफ अपनी मांग को लेकर पांच लोगों के ग्रुप ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की.
कुछ प्रदर्शनकारी कड़ाके की ठंड में भी उनके घर के बाहर रुके हुए थे. सोनिया इससे पहले मध्यरात्रि को भी अपने घर से बाहर निकलकर प्रदर्शनकारियों से मिलने आई थीं. उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि इस मामले में 'न्याय होगा.'
उधर आम आदमी पार्टी (AAP) नेता के अरविंद केजरीवाल अपने साथी मनीष सिसोदिया रविवार को फिर इंडिया गेट पर धरने पर बैठे. केजरीवाल का कहना है की जिस तरह से प्रदर्शनकारियों पर सख्ती कर रही है, अगर रेपिस्ट के खिलाफ भी पुलिस इतनी मुस्तैद रहती को ये घटना ना होती.
बाबा रामदेव और पूर्व आर्मी जनरल वीके सिंह गैंगरेप के खिलाफ प्रदर्शन में साथ-साथ दिखे. वीके सिंह का कहना है कि ऐसी घृणित घटना के खिलाफ पूरे देश को साथ आना चाहिए.