रुपया आज जब रसातल में डुबकियां लगा रहा था, उसी दौरान ट्विटर पर देश के सबसे ज्यादा बिकने वाले लेखक का एक ट्वीट बवाल मचा रहा था. यह वही लेखक हैं, हमेशा विवादों को जन्म देने वाले, मिस्टर चेतन भगत. चेतन ने ट्विटर पर लिखा, 'रुपया पूछ रहा है कि क्या मेरा बलात्कार करने वालों के लिए कोई सजा नहीं है?'
इस अटपटी उपमा पर लोगों ने उनकी खिंचाई शुरू कर दी और आखिर में उन्हें वह ट्वीट डिलीट करना प़ड़ा. इसके बाद तो लोगों ने चेतन पर ही चुटकियां लेनी शुरू कर दीं.
गहरे अर्थों वाले तीखे कटाक्षों को स्वीकार किया जाना चाहिए. पर व्यंग्य की उपमाएं जब अटपटी और फूहड़ हो जाएं, तो बात बिगड़ जाती है. चेतन बड़े स्तर पर पढ़े जाने वाले एक सम्मानित शख्स हैं, लेकिन उन्होंने जिस लापरवाही से 'रेप' शब्द का इस्तेमाल किया, वह लेखक के तौर पर उनके प्रति समाज की चिंता बढ़ाने वाला है.
वह हाल ही में अपने लेख 'अ लेटर फ्रॉम एन इंडियन मुस्लिम यूथ' की वजह से भी आलोचना झेल चुके हैं. ट्विटर संभ्रात और पढ़े-लिखे लोगों की जगह है, इसलिए यहां कुछ भी लिखते हुए चेतन को अपनी उपमाओं के चयन को लेकर ज्यादा सावधान रहना चाहिए. चेतन से बात करने की कोशिश की गई, पर वह उपलब्ध नहीं हो सके.
इस पूरे बवाल पर स्टैंड अप कॉमेडियन और 'द वेडनसडे सोल' के लेखक सौरभ पंत का कहना है, 'आर वर्ड सबसे तीखा शब्द है. आजकल तो हम स्टैंडअप एक्ट में भी इससे बचने की कोशिश करते हैं.'
वह कहते हैं, 'मुझे लगता है कि चेतन एक शालीन व्यक्ति हैं और महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर हम साथ खड़े हैं. वह भारत के सबसे अच्छे लेखकों में हैं. मैं शब्दावली के स्तर पर उन्हें कोई सलाह नहीं देना चाहता.'
स्टैंड अप कॉमेडियन तन्मय भट्ट ने कहा कि चेतन ने जो लिखा, वह इतना नाटकीय नहीं था. इससे कहीं ज्यादा खराब चीजें पहले से कही जा रही हैं. मीडिया भी 'हाउ डेयर इंडिया बी सेक्सिस्ट' जैसे हेडिंग वाली खबरें लगा रहा है.