लेखक चेतन भगत का कहना है कि भारत सरकार के पास इतने पैसै नहीं है कि हम पानी-बिजली के सारे प्रोजेक्ट को पूरा कर सके. इस लिए विदेशी निवेशको को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. सरकार को निवेशक फ्रेंडली नीति बनानी चाहिए.