बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश में लगी कांग्रेस अब बहुचर्चित स्नूपगेट के लिए एक रिटायर्ड जज की नियुक्ति का मन बना चुकी है. यह खबर अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स ने दी है.
अखबार के मुताबिक केंद्र सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज अचल बिहारी श्रीवास्तव का नाम तय कर लिया है. यह वही सज्जन हैं जिन्होंने 1998 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी से कांग्रेस का टिकट मांगा था.
अखबार ने लिखा है कि श्रीवास्तव की उम्र 80 वर्ष की है और वह 1996 में रिटायर हुए थे. वे एक एनजीओ से भी जुड़े हुए हैं. उस एनजीओ ने ही उन पर दबाव डाला था कि वे चुनाव नहीं लड़ें क्योंकि वह गैर-राजनीतिक संगठन है. इस वजह से ही वह चुनाव में खड़े नहीं हुए थे.
अखबार ने इस बाबत श्रीवास्तव से बात करने की कोशिश की लेकिन वह कोलकाता गए हुए थे और उनके भतीजे ने बताया कि वह एक जख्मी रिश्तेदार को देखने आए हैं. लेकिन श्रीवास्तव ने अखबार द्वारा भेजे गए एसएमएस का जवाब नहीं दिया. गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने भी इस मामले पर चुप्पी साधे रखी.
सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट बलवंत सिंह ने अखबार को बताया कि श्रीवास्तव 1998-99 में कांग्रेस का राष्ट्रीय घोषणा पत्र ड्राफ्ट करने में शामिल रहे हैं. सिंह स्वयं कांग्रेस के सदस्य रहे हैं. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि श्रीवास्तव का कांग्रेस से राजनीतिक संबंध रहा है.
श्रीवास्तव इलाहाबाद में अपनी पत्नी के साथ रहते हैं. वह कभी सीएमपी कॉलेज में संस्कृत के प्रोफेसर भी थे.
मोदी ने स्नूपगेट की जांच के लिए जल्दबाजी दिखाने पर कांग्रेस की खिंचाई की और कहा कि यह सरकारी अधिकारों का दुरुपयोग है.