अपने बयानों के लिए मशहूर महाराष्ट्र के नेता और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले 15 लाख रुपए देने वाले बयान पर सफाई दी है. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा कि मैंने ऐसा बोला था कि डेवलपमेंट के लिए आरबीआई को पैसा देना चाहिए.
अठावले ने कहा कि सरकार ने आश्वासन तो दिया है, लेकिन एकदम से 15 लाख रुपए अकाउंट में नहीं आएंगे. सरकार को 5 साल और मिलने चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया है कि वह कुछ करेंगे तो उनमें पूरा करने की वो कूवत है.
उन्होंने कहा, 'बहुत आराम से अकाउंट में कुछ पैसे जमा हो सकते हैं. मैंने बोला था कि 15 रुपए जमा होंगे, वह ठीक नहीं है. विकास के लिए पैसा बहुत ज्यादा चाहिए. सरकार के पास पैसा आ जाएगा तो वह भविष्य में कुछ ना कुछ अकाउंट में जाएगा, लेकिन 15 लाख जाएगा अकाउंट में जाएगा ऐसा मैंने नहीं बोला था.'
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैलियों में काला धन वापस लाने और हर बैंक खाते में 15 लाख रुपये आने की बात कही थी. चुनाव प्रचार के दौरान पीएम ने कहा था कि अगर भाजपा की सरकार बनती है तो देश के बाहर काले धन पर शिकंजा कसा जाएगा, उन्होंने कहा था कि अगर पूरा काला धन देश में आ जाए तो देश के हर नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपये आएंगे.
वहीं, उत्तर प्रदेश में सपा बसपा गठबंधन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि एनडीए को इससे कोई नुकसान नहीं होगा. सपा-बसपा एक साथ आए हैं उन्होंने साथ में कांग्रेस को नहीं लिया है, उनके गठबंधन में बहुत बड़ी फूट है. नरेंद्र मोदी के खिलाफ सब पार्टियां इकट्ठा कर बयानबाजी कर रहे हैं.
अठावले ने कहा कि सपा बसपा के एक साथ आने से बहुत ज्यादा नुकसान एनडीए को नहीं होगा क्योंकि सपा और बसपा का गठबंधन लोगों को भी मंजूर नहीं है. अठावले ने कहा कि आज तक सपा-बसपा हमेशा एक- दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करती आई है. एक- दूसरे को नंबर एक का दुश्मन समझ कर उत्तर प्रदेश में काम किया है. मुझे लगता है कि सपा-बसपा एक साथ आएगी तो भी बीजेपी को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस को साथ में नहीं लिया है यह बीजेपी गठबंधन के लिए अच्छी बात है. यह अच्छी बात है कि विरोधी दल का गठबंधन नहीं हो रहा है.