तीन राज्यों के चुनावी नतीजों पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गंभीर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि हमें समझने की जरूरत है कि 2014 में बीजेपी को जैसी जीत मिली थी, उसके मुताबिक विधानसभा चुनाव में क्यों नहीं मिली.
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के सवाल पर अठावले ने कहा कि वहां पिछले 15 साल से बीजेपी की सरकार थी इसलिए लोगों में बदलाव की भावना को समझा जा सकता है. राजस्थान में बीजेपी की हार पर उन्होंने कहा कि वहां हर 5 साल पर सरकार बदलती है इसलिए इस पर ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है.
अठावले ने हार के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमतों की ओर इशारा करते हुए कहा कि तेलों के दाम घटने चाहिए. दलित समाज के भी जो मुद्दे हैं, अगर उन्हें सुलझा लिया जाए तो 2019 के आम चुनाव जीतने में कोई परेशानी नहीं आएगी. अठावले ने 2019 चुनाव के लिए विपक्ष को गंभीरता से न लेते हुए सरकार को कुछ जरूरी सुधार करने की सलाह दी और भरोसा जताया कि अगली सरकार भी नरेंद्र मोदी की अगुआई में ही बनेगी.
राहुल गांधी के नेतृत्व के बारे में अठावले ने कहा कि उन्हें हल्के में लेने का विषय नहीं है क्योंकि वे एक पार्टी के अध्यक्ष हैं. बात अगर नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी की होगी तो पीएम मोदी उनसे काफी आगे हैं. अठावले ने यह भी दावा किया कि राहुल गांधी तीन राज्यों के चुनाव भले जीत गए हों लेकिन 2019 में कांग्रेस को जीत नहीं मिलेगी.
किसान, बेरोजगारी और दलितों के मुद्दे पर उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि अगले आम चुनाव में जो कुछ महीने बचे हैं, उसमें सरकार सोचे और पूर्व में किए वादे पूरे करे. तेल के दाम की जहां तक बात है तो इसे जीएसटी में लाकर कम किया जा सकता है. 2019 में एनडीए की सीटें कम होने के सवाल पर अठावले ने कहा कि सीटें भले कुछ घटें लेकिन सरकार एनडीए की ही बनेगी.