इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 मुंबई में नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने देश की अर्थव्यवस्था और देश के जीडीपी ग्रोथ पर कहा कि जल्द ही इसमें सुधार देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6 फीसदी से ज्यादा की जीडीपी ग्रोथ हो सकती है.
गौरतलब है कि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को झटका लगा है. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में विकास दर 5.8 फीसदी से घटकर 5 फीसदी हो गई है.
राजीव कुमार ने कहा, 'आईटी सेक्टर और अन्य सेक्टर के जरिए हम दूसरी तिमाही तक पूरी तरह से उबरने की कोशिश करेंगे. हम ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन ऐंड डेवलेपमेंट(ओईसीडी) के लेटेस्ट रिवीजन को पूरी तरह से बीट कर देंगे, 6 फीसदी से हम आगे बढ़ जाएंगे. इस साल की दूसरी छमाही में हम 7 फीसदी से ज्यादा बढ़त हासिल कर लेंगे. केवल पहली तिमाही में हमारी जीडीपी ग्रोथ रेट चीन से पीछे है. इससे पहले हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था थे.'
राजीव कुमार ने कहा कि अब जीडीपी ग्रोथ की समस्या अपने निचले स्तर तक पहुंच चुकी है. मुझे लगता है कि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बेहतर होगा.
लोग अभी पैसा खर्च नहीं कर रहे
राजीव कुमार ने कहा कि प्राइवेट डेट-जीडीपी रेश्यो हमारे यहां सिर्फ 54 फीसदी है, जबकि चीन और अमेरिका में इससे कई गुना ज्यादा है. मेरे ख्याल से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो कदम उठाए हैं, वह शुरुआत है, आगे कई और कदम उठाए जाएंगे जिनका ग्रेटर इम्पैक्ट होगा. परिवारों की बचत कम हो रही है, इसके अलावा लोग खर्च भी ज्यादा नहीं कर रहे थे क्योंकि रोजगार, ग्रोथ की संभावना बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन अब यह बदलेगा.
टैक्स में कटौती निवेशकों के हित में
इंडिया टुडे और आजतक के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने सवाल किया कि नरेंद्र मोदी सरकार देश की अर्थव्यवस्था पर बुरी तरह घिरी हई है. बजट को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रही है. सरकार ने टैक्स में कटौती क्यों की? तो इस पर राजीव कुमार ने कहा कि निवेशकों के आकर्षित करने के लिए यह फैसला किया गया है. सरकार के इस फैसले से निवेशकों को बड़ी राहत मिलेगी, जिसका असर व्यापक तौर पर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा.