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केजरीवाल चुनौती, मोदी का कोई विजन नही, राहुल गांधी एकमात्र विकल्पः दिग्विजय सिंह

विधानसभा चुनावों में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद राजनीतिक पंडित भले ही राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हों पर दिग्विजय सिंह अब भी मानते हैं कि कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के लिए पार्टी के उपाध्यक्ष ही एक मात्र विकल्प हैं. इसके साथ दिग्विजय सिंह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को गंभीर चुनौती मानते हैं.

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कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह

विधानसभा चुनावों में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद राजनीतिक पंडित भले ही राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठा रहे हों पर दिग्विजय सिंह अब भी मानते हैं कि कांग्रेस के पीएम उम्मीदवार के लिए पार्टी के उपाध्यक्ष ही एक मात्र विकल्प हैं. इसके साथ दिग्विजय सिंह आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को गंभीर चुनौती मानते हैं.

पीएम उम्मीदवारी के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा, 'सोनिया गांधी ने कल ही ऐलान कर दिया कि समय आने पर पार्टी के पीएम उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी. मेरे हिसाब से इस पद के लिए राहुल गांधी एकमात्र विकल्प हैं.'

दिग्विजय सिंह ने कहा, 'निश्चित तौर पर राहुल हमें जीत दिलाएंगे. रैली की भीड़ जीत का पैमाना नहीं है. 1977 के चुनावों से पहले भोपाल में कांग्रेस की ऐतिहासिक रैली हुई मगर 3 महीने बाद कांग्रेस 40 में से 39 सीटों पर हार गई. राजनीति में कोई आता है तो वो सिर्फ जीत के बारे में नहीं सोचता. हार-जीत तो चुनाव में होती रहती है. राहुल गांधी पर पार्टी को पूरा भरोसा है. वे अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाएंगे.'

अरविंद केजरीवाल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'अरविंद केजरीवाल की पार्टी का उभरना प्रजातंत्र के लिए शुभ संकेत हैं. इससे साबित हुआ कि हम एक मजबूत लोकतंत्र का हिस्सा हैं. इससे उन लोगों को प्रेरणा मिलेगी जो घर बैठे सरकार और राजनेताओं को कोसते हैं पर चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लेते. ऐसे लोग अब सामने आएंगे. हो सकता है कि वो देश में बदलाव लाने में कामयाब हों.'

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नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी
मोदी बनाम राहुल के सवाल पर उन्होंने कहा, 'पहली बात ये अमेरिका की तरह राष्ट्रपति प्रणाली का चुनाव नहीं है. जहां एक उम्मीदवार और दूसरे के खिलाफ लड़ रहा है. यहां पार्टी चुनाव लड़ती है. कांग्रेस अपनी विचारधारा, नीति और पिछले 10 साल के काम पर चुनाव लड़ेगी. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मोदी की रैलियों में कोई भीड़ नहीं थी. अगर मोदी ने ही चुनाव जिता दिया तो रमन सिंह, शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे ने कोई काम नहीं किया. ये आकलन तो बीजेपी को करना है. हमें इस बात का अफसोस है कि एमपी और छत्तीसगढ़ में सत्ता विरोधी लहर होने के बावजूद चुनाव हारे. राजस्थान में अशोक गहलोत ने अच्छा काम किया इसके बावजूद अपनी सरकार नहीं बचा पाए.'

मोदी के पास कोई विजन नहीं
दिग्विजय सिंह ने कहा, 'नरेंद्र मोदी जी का नजरिया केवल कांग्रेस को गाली देना है. उनका कोई विजन नहीं है. शुरू में कोशिश की थी गुजरात के विकास की बात करके. पर दावे झूठे निकले. अब वहां के विकास की बात भी बंद कर दी. उन्होंने कभी ये नहीं बताया कि शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, गरीबी, अनुसूचित जाति और जनजातियों को लेकर उनका विजय क्या है?'

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