राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार रात तीन देशों-आईसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया की यात्रा पर रवाना हो गए. राष्ट्रपति कोविंद द्विपक्षीय संबंध मजबूत बनाने के लिए वहां के शीर्ष नेतृत्व से वार्ता करेंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, 'आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया के साथ भारत का सहयोग बनाए रखने और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उच्चस्तरीय शिष्टमंडल के साथ रवाना हो गए हैं.' राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 9-11 सितंबर तक आईसलैंड में रहेंगे. इसके बाद स्विट्जरलैंड जाएंगे. अंत में उन्हें 15 सितंबर को स्लोवेनिया पहुंचना है. 17 सितंबर को राष्ट्रपति स्वदेश लौट आएंगे.
Delhi: President Ram Nath Kovind & his wife Savita Kovind, embark on a three-nation visit to Iceland, Switzerland and Slovenia. pic.twitter.com/idBHoRRnaE
— ANI (@ANI) September 8, 2019
इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ने की अनुमति देने के नई दिल्ली के आग्रह को ठुकरा दिया. जियो न्यूज ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के हवाले से कहा, 'भारत के कब्जे वाले कश्मीर में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन का हवाला देते हुए इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया.'
कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत का अनुरोध खारिज किए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि 'पाकिस्तान को यह फैसला इसलिए लेना पड़ा, क्योंकि भारत ने कश्मीर को लेकर आक्रामकता दिखाई है.' कुरैशी ने कहा कि कश्मीर में भारत की ओर से की जा रही 'बर्बरता' एक गंभीर मुद्दा है, जिसे वह संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद में लेकर जाएंगे.