बिहार के एक डाक टिकट संग्रहकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चार टिकटों का एक सेट बनवाया है. यह डाक टिकटों का सेट बिहार के मशहूर संग्रहकर्ता प्रदीप जैन की परिकल्पना है.
प्रदीप जैन ने बताया, इन डाक टिकट और विशेष आवरण की परिकल्पना नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर होते वक्त की गयी. यह एक बहुत ही चर्चित घटना थी और न केवल अपना देश बल्कि पूरा विश्व उस पर उत्सुकता के साथ नजर रखे हुए था.
जैन ने बताया कि इन डाक टिकटों को गत 26 मई को डाक विभाग की माई स्टाम्प श्रृंखला के तहत बनवाया गया है. पांच रुपये की कीमत वाले चारों डाक टिकटों में मोदी को मुस्कान भरी मुद्रा में दिखाया गया है और उसे विभिन्न भारतीय फूलों कुमुदिनी, पैंसी, डहलिया और सिनेरेरिया के गुच्छों के साथ संलग्न किया गया है. विशेष आवरण पर जैन समुदाय के नवकार मंत्र छपा हुआ है और उस पर मोदी को मुस्कराते हुए पूरे खिले हुए कमल से निकलते हुए चित्रित किया गया है, जिसका शीर्षक नमो की शक्ति है.
इन डाक टिकटों और विशेष आवरण को बिहार भाजपा के एक वरिष्ठ नेता दिल्ली ले गए थे और उसे मोदी और भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को भेंट किया था. संभवत: इससे प्रभावित होकर विदेश मंत्रालय ने प्रदीप जैन से इन डाक टिकटों को कुछ पड़ोसी देशों में भेजने के लिए संपर्क साधा है.
जैन ने बताया कि उन्हें यह विचार वर्ष 2009 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का वाशिंगटन में डाक टिकट जारी करने से आया कि अगर अमेरिकी लोग ऐसा कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं कर सकते. प्रदीप जैन लंदन के रॉयल फिलाटेलिक सोसाइटी के सदस्य हैं और आस्ट्रिया के इन्सबर्क में स्थित इंटरनेशनल एसोसियेशन ऑफ फिलाटेलिक एक्सपर्ट में एकमात्र भारतीय हैं. उन्होंने मोदी की तस्वीर को इंटरनेट से डाउनलोड किया था.
जैन ने उसके बाद अपने विचार को कागज पर उतारने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन के वरिष्ठ चित्रकार सपन जावेरी से संपर्क साधा और उसे मूर्तरूप ले लेने पर डाक विभाग से 1800 स्टाम्प छापने का अनुरोध किया. इस टिकट का स्वरूप तैयार करने पर कुल लागत 75 हजार रुपये आयी, जिसमें डाक विभाग द्वारा लिये गये 13 हजार रुपये शामिल हैं. प्रदीप से यह पूछे जाने पर कि वह इन डाक टिकटों का क्या करेंगे, उन्होंने मुस्कराते हुए कहा कि यह अपनी खुशी के लिए किया. वह यह उन लोगों को भेंट करेंगे जो नरेंद्र मोदी को डाक टिकट संग्रह में शामिल करने के इच्छुक होंगे.