विमान में क्रू के साथ बदतमीजी करना या अशोभनीय व्यवहार करना महंगा पड़ सकता है. इतना महंगा कि आपको एयरबस की बजाय बस से लौटना पड़ सकता है. दिल्ली के एक परिवार ने यह सबक सीख लिया.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक दिल्ली का एक परिवार स्पाइस जेट की फ्लाइट से काठमांडू से लौट रहा था कि उसके साथ कुछ ऐसा हुआ. एक 62 वर्षीय सज्जन विमान में बीच वाली सीट (आइल) पर बैठे हुए थे और उन्हें नींद आ गई. नींद में उनकी एक टांग रास्ते पर आ गई. वहां से गुजरती हुई एयर होस्टेस ने उसे जबर्दस्ती हटा दिया. इस पर वह सज्जन नींद से न केवल उठ गए बल्कि एयरहोस्टेस पर लाल-पीले होने लगे. उनके परिवार और विमान के क्रू में गर्मागर्मी होने लगी.
विमान कंपनी का कहना है कि उन सज्जन ने गुस्से में एयरहोस्टेस को तमाचा जड़ दिया. विमान उड़ने ही वाला था लेकिन कैप्टन ने उन्हें प्लेन से उतरने का आदेश दे दिया. उन्हें ना चाहते हुए विमान से उतरना पड़ा.
लेकिन परिवार को उसके बाद बहुत परेशानियों से गुजरना पड़ा. उन सज्जन की पत्नी के अलावा उनके परिवार का एक नौ साल का बच्चा भी विमान में था. उन सभी को नीचे उतरना पड़ा. उसके बाद उन्हें किसी भी फ्लाइट की टिकट नहीं मिली और वे बस पकड़कर 30 घंटे की यात्रा करके दिल्ली आए.
उधर, उन सज्जन का कहना है कि विमान पांच घंटे लेट था. वह थक गए थे और सीट पर जाते ही सो गए थे. नींद में उनकी एक टांग थोड़ी बाहर हो गई होगी जिसे एयरहोस्टेस बहुत निर्मम तरीके से हटा दिया. उन्हें तकलीफ हुई तो फिर गर्मागर्मी हो गई. उनका कहना था कि उनकी पत्नी ने गर्मीगर्मी के लिए माफी भी मांगी लेकिन विमान के पायलट ने उन्हें उतर जाने का आदेश दिया. अब वह सज्ज्न एयरलाइंस से न केवल माफी मांगने को कह रहे हैं बल्कि मुआवजा भी मांग रहे हैं. उनका कहना है कि वह 36 साल से विमान में सफर कर रहे हैं और उनका साथ ऐसा कभी नहीं हुआ.
आपको बता दें कि एयरलाइंस में इन दिनों जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है. इसके तहत जरा भी शोरशराबा या लड़ाई-झगड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाता है. ऐसा करने वाले यात्रियों को या तो उतार दिया जाता है या पुलिस के हवाले कर दिया जाता है. स्पाइस जेट का कहना है कि चूंकि यात्री ने थप्पड़ मारा है और ऐसा करते हुए कई सहयात्रियों ने देखा है, उसका फैसला सही है.