केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर एक बार फिर आवाज बुलंद की है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर एक आस्था का केंद्र बिंदु है इसे लेकर कोई सौदेबाजी नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि जो कोई भी मौलाना सलमान नदवी पर आरोप लगा रहा है वह आरोप सिद्ध करे. मैं नदवी जी को बधाई देना चाहती हूं, कि वो देश के ज्वलंत मुद्दों का समाधान चाहते हैं, लेकिन जिन लोगों ने इन पर आरोप लगाया है वह आरोप सिद्ध करें.
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि हमें लगता है कि नदवी के ऊपर जो आरोप लगाए गए हैं, वो सिद्ध होने चाहिए. श्री श्री रविशंकर समाज में बहुत ही प्रतिष्ठित और निष्ठावान संत हैं, जिनमें पूरे विश्व की आस्था है. ऐसे आरोप लगाकर उनपर सवाल खड़ा किया जा रहा है.
राम मंदिर निर्माण पर उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी कोर्ट में केस चल रहा है. मुझे उम्मीद है कि राम मंदिर बनेगा, उसके पूरे सबूत हैं. कोर्ट सबूत के आधार पर फैसला करता है. वहां रामलला और मंदिर के सबूत हैं. जिसे ये लोग मस्जिद कहते हैं वहां के पत्थरों में और खंभों में हिन्दू देवी-देवता की नक्काशी है.
कोर्ट ने अगर बाहर मध्यस्थता की बात कही है और इससे समाधान हो जाता है तो बहुत ही अच्छा होगा. हम चाहते हैं कि राम मंदिर वहां बने.
गौरतलब है कि श्रीश्री रविशंकर के करीबी रहे अमरनाथ मिश्रा ने ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य मौलाना सलमान नदवी के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है. अपनी शिकायत में मिश्रा ने नदवी पर राम मंदिर के नाम पर मस्जिद का दावा छोड़ने के एवज में 5 हजार करोड़ की डील का आरोप लगाया. आरोप है कि नदवी अयोध्या का इस्लामीकरण करना चाहते हैं. मिश्रा ने कहा था कि यह फॉर्मूला दरअसल उनका था जो उन्होंने 5 फरवरी को सलमान नदवी और दूसरे मुस्लिम नेताओं को दिया था, लेकिन उसी मुलाकात के दौरान सलमान नदवी ने इस डील के एवज में 5000 करोड़ रुपये, अयोध्या में 200 एकड़ जमीन और राज्यसभा की एक सीट मांगी थी.