अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अंतरिक्षयात्रियों को अब वह समस्या नहीं होगी कि स्पेस वॉक करने के लिए उनके आकार के हिसाब से स्पेस सूट नहीं बना है. कई बार स्पेस सूट के हिसाब से शरीर के आकार को व्यायाम करके ढालना पड़ता था. लेकिन अब NASA ने नई पीढ़ी का स्पेस सूट बनाया है जो सभी आकार-ऊंचाई के अंतरिक्षयात्री पहन सकते हैं. साथ ही नासा ने एक नया स्पेस सूट और बनाया है जो अंतरिक्ष यात्रा में पहना जा सकेगा. यह स्पेस सूट भगवा रंग का है.
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भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (Indian Space Research Organization - ISRO) भी अपने मानव मिशन गगनयान (Gaganyaan) के अंतरिक्षयात्रियों को भगवा रंग के स्पेस सूट में भेजेगा. गगनयान मिशन के लिए उपयोग होने वाले भगवा रंग के सूट की तस्वीरें नासा के स्पेस सूट से काफी पहले ही सोशल मीडिया और मीडिया पर सामने आ गई थीं. नासा ने कई बार स्पेससूट में बदलाव किया लेकिन वह अपोलो के समय के स्पेस सूट जैसा ही था. पहली बार नासा ने अपने स्पेस सूट को इस प्रकार का बनाया है कि स्पेस वॉक करते समय अंतरिक्ष यात्री के आकार से कोई फर्क नहीं पड़े. आपको बता दें कि मार्च 2019 में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में होने वाली महिलाओं की स्पेस वॉक इसीलिए टल गई थी क्योंकि वहां उनके आकार के हिसाब के स्पेस सूट नहीं थे. अब यह स्पेस वॉक 21 अक्टूबर को होगी.
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ISRO के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए जाने वाले एस्ट्रोनॉट यही स्पेस सूट पहनेंगे.
Dressing for the occasion! 👩🚀 👨🚀 Many missions require 2 spacesuits: 1 for spacewalks and 1 for protection during launch 🚀 and reentry. @NASA_Astronauts will wear the orange @NASA_Orion suit on #Artemis missions during liftoff & return to Earth. Details: https://t.co/bMqhQozqHJ pic.twitter.com/4P3gKYom83
— NASA (@NASA) October 17, 2019
6 दिन का लाइफ सपोर्ट सिस्टम लगा है सफेद रंग के सूट में
नासा की स्पेस सूट डिजाइनर क्रिस्टीन डेविस ने बताया कि सफेद, नीले और लाल रंग के मिश्रण वाला स्पेस सूट स्पेसवॉक के लिए हैं. यह किसी भी आकार के अंतरिक्षयात्री के शरीर में फिट हो जाएगा. संतरे के रंग वाला स्पेस सूट पहनकर अंतरिक्षयान के जरिए एस्ट्रोनॉट स्पेस की यात्रा करेंगे. सफेद वाला सूट नासा 2024 में चांद पर जाने वाले मून मिशन अर्टेमिस के लिए उपयोग करेगा. अंतरिक्ष यात्री इसी सूट को पहनकर चांद की सतह पर चलेंगे. इस प्रक्रिया को नासा ने एक्सप्लोरेशन एक्स्ट्राव्हीकुलर मोबिलिटी यूनिट (xEMU) नाम दिया है. सफेद रंग के इस स्पेस सूट में ऐसा लाइफ सपोर्ट सिस्टम लगा है जो 6 दिनों तक अंतरिक्ष यात्री को सुरक्षित रख सकता है.
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नासा का वह स्पेस सूट जिसे पहनकर उसके एस्ट्रोनॉट्स चांद की सतह पर चलेंगे.
भारत का मिशन गगनयानः जिसके स्पेस सूट की नकल की नासा ने
इसरो का गगनयान 2021 दिसंबर में लॉन्च होगा. इसके लिए इसरो ने पहले ही संतरे के रंग का स्पेस सूट बनवा लिया है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने लगभग उसी टेक्नोलॉजी का स्पेस सूट बनाया है. साथ ही रंग की भी नकल की है. गगनयान मिशन के लिए 3 भारतीयों को चुना जाएगा, जो देश के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान प्रोग्राम का हिस्सा बनेंगे. इन्हें श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से लॉन्च किया जाएगा. सिर्फ 16 मिनट के भीतर वो अंतरिक्ष में पहुंच जाएंगे. इसके बाद ये सभी धरती की निचली कक्षा में यानी 300 से 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाते हुए सात दिन अंतरिक्ष में गुजारेंगे. इसके बाद उन्हें क्रू-मॉड्यूल के जरिए गुजरात तट के नजदीक अरब सागर में या पश्चिम बंगाल के पास बंगाल की खाड़ी में लैंड करेंगे. इस मिशन के साथ ही मानव को अंतरिक्ष में भेजने वाला विश्व का चौथा देश बन जाएगा भारत.