राष्ट्रपति अभिभाषण के दौरान मंगलवार को केरल से सीनियर सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद की तबीयत खराब हो गई. उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के भाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ा. इसके चलते वो अचानक कुर्सी से गिर गए. इसके बाद उन्हें तुरंत सदन से बाहर ले जाया गया. इसके बाद एंबुलेंस के जरिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया.
मोदी-राहुल ने जाना स्वास्थ्य का हाल
अहमद को संसद से दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सबसे पहले उनका हालचाल जानने के लिए हॉस्पिटल गए. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी साथी सांसदों के जरिए अहमद के स्वास्थ्य की जानकारी ली.राहुल गांधी के बाद केरल के सापीएम और कांग्रेस के कई सांसद अस्पताल में ई अहमद की तबीयत का जायजा लेने आए.पूर्व मंत्री ए के एंटनी भी पहुंचे. भारत सरकार की ओर से ई अहमद का हालचाल लेने प्रधानमंत्री कार्यालय के मंत्री जितेंद्र सिंह और विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर भी आरएमएल अस्पताल पहुंचे. जितेंद्र सिंह के मुताबिक अहमद की हालत नाजुक है. फिलहाल उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है.
कौन हैं ई अहमद?
ई अहमद केरल से सांसद हैं. मनमोहन सिंह की सरकार में वे विदेश राज्यमंत्री
थे. वे इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेशनल प्रेसिडेंट हैं. उनकी उम्र 78
साल है. वे दसवीं लोकसभा, ग्यारहवीं लोकसभा, बारहवीं लोकसभा, तेरहवीं
लोकसभा और पंद्रहवीं लोकसभा सांसद के सदस्य रह चुके हैं. 2004 से लेकर 2009
तक वे मनमोहन सरकार में विदेश राज्यमंत्री रह चुके हैं. वहीं 2009 से 2011
तक वे रेल राज्यमंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने ह्यूमन रिसोर्स मंत्री के
तौर पर भी काम किया है.

अहमद को तुरंत संसद से बाहर लाया गया. उन्हें एंबुलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाया गया.
ई. अहमद का राजनीतिक करियर
ई. अहमद ने 'गवर्नमेंट लॉ कॉलेज', तिरुवनंतपुरम से बी.ए. और बी.एल. की डिग्रियाँ प्राप्त की हैं. एक वकील के रूप में ई. अहमद ने अपने व्यावसायिक जीवन की शुरुआत करने वाले अहमद केरल के प्रमुख राजनेताओं में से एक हैं. जानिए उनके राजनीतिक जीवन के बारे में..
1967-1991 - सदस्य, केरल विधान सभा (5 बार)
1982-1987 - कैबिनेट उद्योग मंत्री, केरल सरकार
1991 - पहली बार लोक सभा के लिए निर्वाचित, मई, 2010 में पुन: निर्वाचित होकर छठी बार संसद सदस्य् बने.
1993 - इस वर्ष से ई. अहमद अनेक मंत्रालयों एवं संगठनों के लिए संसदीय परामर्शदात्री और अन्य विशेष समितियों के सदस्य रहे.
1995 - महासचिव, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल)
मई, 2004 - विदेश राज्य मंत्री
मई, 2009 - रेल राज्य मंत्री
जनवरी, 2011 - विदेश राज्य मंत्री का पदभार ग्रहण किया.