अंडमान एवं निकोबार में जिस नौका के पलटने से 21 लोगों की मौत हो गई, उसमें लाइफ जैकेट और गोताखोर मौजूद नहीं थे. यह खुलासा सोमवार को केंद्रीय मंत्री नारायण सामी ने किया.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि नाव पलटने से पहले एक धमाका हुआ था. उन्होंने बताया कि मरीन राहत दल को पहुंचने में करीब एक घंटा विलंब हुआ. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायण सामी ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि नाव पलटने से पर्यटकों की मौत हुई.
जानकारी मिली है कि नाव पर लाइफ जैकेट और गोताखोर नहीं थे. इसके अलावा नाव
पर बचावकर्मी भी नहीं थे. पांडीचेरी से लोकसभा सदस्य सामी ने हादसे की विस्तृत जांच की मांग की ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके. इस दुर्घटना में 21 लोगों की मौत हो गई तथा 29 को बचा लिया गया. एक व्यक्ति अब तक लापता है.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में नाव हादसे में
लोगों की मौत पर दुख और शोक व्यक्त किया है.
मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए प्रणब मुखर्जी ने
कहा कि मैंने त्वरित राहत एवं बचाव कार्य और मृतकों के परिवार वालों को हर
सहायता देने में जुटे अधिकारियों से बात की है.