आप यकीन करें या न करें लेकिन 50 साल में उम्र के जिस पड़ाव को अधेड़ अवस्था मान लिया जाता है, उसके बारे में एक सर्वेक्षण से पता चला है कि इस उम्र के अधेड़ 25 साल के जवानों से अधिक ‘‘जवान’’ और शौकीन होते हैं.
ब्रिटेन में किए गए एक नए अध्ययन से यह बात सामने आयी है कि 25 साल के जवानों के मुकाबले 50 साल के अधेड़ अधिक ‘‘मिलनसार, खुशमिजाज और सक्रिय ’’ होते हैं.
ये अधेड़ उम्र की तमाम जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बाद जिंदगी का मजा लेते हैं. चांदनी रातों का लुत्फ उठाते हैं, लांग ड्राइव पर जाते हैं और अक्सर अपनी शाम दोस्तों के साथ गुजारते हैं.
सर्वेक्षण में पाया गया कि हर सप्ताह एक अधेड़ व्यक्ति दो बार घर से बाहर निकलता है और चार मित्रों से मिलता है. ऐसे लोग हर तीन सप्ताह बाद अपना बैग उठाकर घूमने निकल जाते हैं.
इसके विपरीत करीब 20 वर्ष उम्र के जवान सप्ताह में केवल एक दिन ही शाम को बाहर निकल पाते हैं, तीन मित्रों से मिलते हैं और तीन चार महीनों में दो छोटे ब्रेक लेते हैं.
सर्वेक्षण में 18 से 75 आयु वर्ग के चार हजार लोगों को शामिल किया गया. डेली एक्सप्रेस में इस अध्ययन की रिपोर्ट प्रकाशित हुई है.
अध्ययन कराने वाली बेंडेन हेल्थकेयर कंपनी के प्रवक्ता ने बताया, ‘20 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को तनाव और नौकरी का दबाव अधिक रहता है लेकिन ऐसा करने में वे जिंदगी के अन्य पहलुओं का आनंद उठाने से वंचित रह जाते हैं. 50 की उम्र में पहुंचना निश्चित रूप से फिर से 25 साल का जवान होना है.’