भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी ने भारत की अदालत में अपने कानूनी दस्तावेज समय पर ना भेज पाने के लिए एक नया बहाना देते हुए एंटीगुआ और बारबुडा में 'असामयिक आंधी' को जिम्मेदार ठहराया है. मुंबई की एक कोर्ट में मेहुल चोकसी एक ऐप्लिकेशन में कहा है कि जिन दस्तावेज को तीस दिन के अंदर उसे अपने वकील को देना था, वह एंटीगुआ में आई आंधी की वजह से समय पर नहीं पहुंच पाया.
31 जनवरी को, मुंबई की एक विशेष अदालत ने चोकसी की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उसने गवाहों की जांच की मांग थी. इसी बिनाह के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मेहुल को भगोड़ा घोषित करना चाहता था. चोकसी अब इसे चुनौती देना चाहता है. जबकि इसे चुनौती देने के लिए मेहुल चोकसी के पास तीस दिन का समय था. समय रहते मुंबई की विशेष अदालत के ऑर्डर को चुनौती ना दे पाने के पीछे आंधी को जिम्मेदार ठहराया है. जांच एजेंसियों की माने तो यह केस को कुछ और दिन टालने की कोशिश है.
पहले भी बनाया था बीमारी का बहाना
इसके पहले पीएनबी घोटाले के आरोपी और भारत से फरार मेहुल चोकसी ने कहा है कि वह अपनी बीमारी की वजह से भारत नहीं आ सकता है, इसलिए अगर जांच एजेंसियां चाहें तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए उनसे पूछताछ कर सकती हैं. चोकसी ने कहा कि अगर सीबीआई और ईडी चाहे तो एंटीगुआ आकर उससे पूछताछ कर सकती है.
मेहुल चोकसी के वकील ने मुंबई में हाई कोर्ट में शपथपत्र देकर कहा था कि वो इलाज के लिए एंटीगुआ आया है न कि भारत से भाग गया है. चोकसी ने शपथपत्र में लिखा है, 'मैं अभी एंटीगुआ में रह रहा हूं, और जांच में सहयोग करने को तैयार हूं.' हालांकि इस मांग को ईडी ने खारिज कर दिया था.
मेडिकल रिपोर्ट का दिया था हवाला
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले का मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी इसके पहले कोर्ट में एक मेडिकल रिपोर्ट सौंपी थी जिसमें उसने बताया है कि वह हार्ट की बीमारी, हाइपर टेंशन, डायबटीज जैसी कई बीमारियों से ग्रसित है. उसने बताया था कि वह एंटीगुआ में इलाज करा रहा है. उसने यह भी कहा था कि वह जांच में शामिल होना चाहता था. गंभीर बीमारी के कारण वह यात्रा कर भारत आने की स्थिति में नहीं है ऐसे में वह वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए जांच में शामिल होना चाहता था. साथ ही चोकसी ने कहा है कि जैसे ही वह ठीक होगा भारत आ जाएगा.