एक ओर संसद की कैंटीन में जहां लज़ीज खाना सब्सिडी में मिलता है तो सांसदों और मंत्रियों की सेहत का खास ख्याल रखने के लिए संसद के अंदर सॉफ्ट ड्रिंक्स नहीं मिलता हैं. स्वास्थ्य के लिए ख़तरनाक सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे पेप्सी कोला, कोकाकोला, मिरिंडा ऑरेंज, मिरिंडा लेमन, 7अप, फैंटा, लिम्का, स्प्राइट, थम्स अप, माउंटेन ड्यू 6 अगस्त 2003 से संसद के अंदर प्रतिबंधित हैं. आरटीआई से संसद के 2003 के आर्डर से मिली जानकारी के मुताबिक संसद परिसर में सॉफ्ट ड्रिंक्स बेचने पर प्रतिबन्ध है, इस ऑर्डर में कहा गया है संसद के अंदर कैंटीन में बिक रहे सॉफ्ट ड्रिंक्स पर प्रतिबंध तो लगाया जाता है ही साथ ही साथ ही उसके प्रचार प्रसार के लिए कैंटीन में पोस्टर और बैनर भी नहीं लगेंगे.
सांसदों और मंत्रियों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए ये कदम 2003 में पार्लियामेंट कमेटी ऑन फ़ूड मैनेजमेंट इन पार्लियामेंट कॉम्प्लेक्स ने ये ऑर्डर जारी किया था. पर आपको बता दें कि अभी भी आपकी और हमारी जान के लिए ख़तरा पैदा करने वाले ये सॉफ्ट ड्रिंक्स खुले आम बाजारों में बिकते हैं, हालांकि सांसद और मंत्री अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए 2003 में ही तत्काल प्रभाव से ऑर्डर जारी कराकर अपनी सेहत को सुरक्षित कर लिया है.
सॉफ्ट ड्रिंक्स कितने हैं ख़तरनाक?
अक्टूबर 2016 में स्वास्थ्य मंत्रालय और ड्रग तकनीकी सलाहकार बोर्ड ने पेप्सी, कोकाकोला, माउंटेन ड्यू, स्प्राइट और सेवन अप के जो सैंपल लिए गए थे इनमें लेड, क्रोमियम, कैडमियम और डाई पैथलेट की पुष्टि हुई थी. कमरे के
तापमान पर लेड, क्रोमियम, कैडमियम और डाई पैथलेट जैसे तत्व बोतलों में घुल जाते हैं और ये सभी तत्व सेहत के लिए हानिकारक हैं. ड्रग टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड ने 5 कोल्ड ड्रिंक के सैंपल जांच के लिए भेजे थे, इन्हें
कोलकाता के नेशनल टेस्ट हाउस भेजा गया था और जांच रिपोर्ट में इनमें जहरीले पदार्थ पाए गए हैं. सॉफ्ट ड्रिंक्स के हेल्थ पर प्रभाव की रिपोर्ट अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मीटिंग में प्रस्तुत हुई जिसमे ख़तरनाक बीमारी को
बुलावा देने की बात सामने आयी थी.
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ की स्टडी से पता चला है कि अति मीठे सॉफ्ट ड्रिंक्स केवल मोटापा ही नहीं बढ़ाते बल्कि जान के दुश्मन भी हैं, मीठे सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन पूरे विश्व में हर साल लगभग पौने दो लाख (1,80000) लोगों की मौत का कारण बनता हैं. इनके सेवन के चलते हर साल लगभग एक लाख तैंतीस हज़ार लोग डायबिटीज़ के शिकार होकर, लगभग 6000 लोग कैंसर का शिकार होकर और लगभग 44,000 लोग दिल की बीमारियों का शिकार होकर मर जाते हैं.
जानकारों की मानें तो सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने से होती है सेहत के लिए 4 बड़ी समस्या -
1. सॉफ्ट ड्रिंक्स वजन बढ़ाता है
सॉफ्ट ड्रिंक्स में भरपूर मात्रा में शुगर की मात्रा होती है और ये मात्रा आपको मोटा करने के लिए पर्याप्त होता है.
2. डिप्रेशन और तनाव के शिकार हो सकते हैं
सॉफ्ट ड्रिंक पीने से व्यवहार पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इससे तनाव और डिप्रेशन होने का खतरा रहता है. सॉफ्ट ड्रिंक में मिलाए गए रसायनिक तत्वों से दिमाग के रासायनिक कंपोजिशन पर बुरा असर पड़ता है. ऐसे में सॉफ्ट
ड्रिंक का अधिक सेवन करने से भविष्य में डिप्रेशन और तनाव होने का खतरा बना रहता है.
3. शुगर की बीमारी होने का खतरा
जो लोग पहले से ही मोटे हैं और उनके परिवार में पहले भी कोई मधुमेह से पीड़ित रह चुका है तो उसे सॉफ्ट ड्रिंक से एकदम दूरी बना लेनी चाहिए. सॉफ्ट ड्रिंक में जिस मात्रा में शुगर मौजूद होता है वो आपके लिए खतरनाक
साबित हो सकता है.
4. सॉफ्ट ड्रिंक्स से प्रभावित होती है किडनी
सॉफ्ट ड्रिंक का असर किडनी पर भी पड़ता है. इससे किडनी की सक्रियता पर असर पड़ता है और उसके फंक्शन पर भी. जिसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है.