कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी समाज का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है. महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा था कि अवैध पशु वध से आने वाले पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्त पोषण में हो रहा है.
वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान राज्य से मांस का निर्यात दोगुना हो गया था. कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि मेनका गांधी ने यह टिप्पणी क्यों की, वह केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हैं.’
अहमद ने कहा, ‘यदि अवैध पशु वध के पैसे से आतंकवाद का वित्त पोषण हो रहा है, तो सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. उन्हें देश में माहौल का ध्रुवीकरण नहीं करना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान गुजरात से मांस का निर्यात 10,000 मीट्रिक टन से बढ़कर 20,000 मीट्रिक टन हो गया था. उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने इस साल के केंद्रीय बजट में मांस काटने वाले उपकरणों पर टैक्स 10 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया.
गौरतलब है कि मेनका ने दुनिया के सबसे बड़े मांस निर्यातकों में भारत के शामिल होने पर चिंता जताई थी और दावा किया था कि अवैध पशु वध से प्राप्त होने वाला धन आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में किया जा रहा है.