संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. कार्यवाही हालांकि 10 मई तक चलने वाली थी, लेकिन दो दिन पहले ही स्थगित कर दी गई.
संसद का सत्रावसान दोनों सदनों में लगातार हंगामे के बीच हुआ, जिसके कारण कार्यवाही बाधित हो रही थी. संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 22 अप्रैल से शुरू हुआ था. दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार को पूर्वाह्न् 11 बजे शुरू होने के बाद हंगामे के कारण पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई थी.
लोकसभा में दोपहर 12 बजे कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी यही स्थिति रही, जिसे देखते हुए सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में भी पूर्वाह्न 11 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया, जिसे देखते हुए सभापति हामिद अंसारी ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोबारा कार्यवाही शुरू होने पर हालांकि सदन में शांति रही. इस दौरान उन सदस्यों को विदाई दी गई, जिनका कार्यकाल राज्यसभा सदस्य के रूप में जल्द ही समाप्त हो रहा है.
मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितता को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार तथा रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के इस्तीफे की मांग दोनों सदनों में की.
राज्यसभा में दोबारा कार्यवाही शुरू होने के बाद सभापति हामिद अंसारी ने सदस्यों से आत्मनिरीक्षण करने के लिए कहा कि क्या लगातार कार्यवाही बाधित होने से चर्चा, विधेयक व जवाबदेही के बीच संतुलन नहीं बिगड़ा है.