अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं के वापस जाने के बाद लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठन भारत को निशाना बना सकते हैं. अमेरिकी रक्षा संस्था पेंटागन के टॉप कमांडर ने गुरुवार को यह आशंका जताई.
यूएस पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल सैमुअल जे लॉकलीयर ने हाउस आर्म्ड सर्विसेस कमिटी को बताया कि गुटीय (नाटो और अन्य) सेनाओं की वापसी के बाद इस बात की आशंका है कि अगले एक से तीन सालों में आतंकी संगठन का फोकस भारतीय उपमहाद्वीप पर हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि लश्कर ए तैयबा और पाकिस्तान स्थित अन्य आतंकी समूह अफगानिस्तान में लड़ाई जारी रखेंगे.
अपने बयान में लॉकलीयर ने भारत की नई सरकार के नेतृत्व का भी जिक्र किया और कहा कि नए नेतृत्व ने अमेरिका-भारत स्ट्रैटजिक सहयोग को नई उर्जा दी है.
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की विदेश नीति पर फोकस किया है और दक्षिण एशियाई देशों के साथ क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है. दक्षिण-पूर्वीय देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों के पीछे दो दशक पुरानी 'लुक ईस्ट पॉलिसी' को श्रेय जाता है.'