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मेघालय खनन हादसा: राहुल के ट्वीट पर रिजिजू का पलटवार, कहा राजनीति न करें

राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा था कि खदान में श्रमिक मर रहे हैं और प्रधानमंत्री सेल्फी खिंचाने में व्यस्त हैं. इस पर किरेन रिजिजू ने जोरदार पलटवार किया.

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केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (फाइल फोटो)
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (फाइल फोटो)

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कहा कि वह मेघालय की कोयला खदान में फंसे 15 श्रमिकों की ‘दर्दनाक’ घटना पर राजनीति नहीं करें.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बचाव अभियान में राज्य सरकार की मदद कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था कि खदान में फंसे 15 श्रमिक 13 दिसंबर से सांस लेने के लिए जूझ रहे हैं और वह असम के बोगीबील पुल पर तस्वीरें खिंचा रहे हैं.

गांधी के इस बयान पर रिजिजू ने ट्वीट किया, ‘इस दर्दनाक घटना पर राजनीति न करें राहुल जी. हम राज्य सरकार को हरसंभव मदद दे रहे हैं लेकिन राज्य में पूर्व कांग्रेस सरकार की वजह से असुरक्षित अवैध खनन चल रहा था.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को असम के बोगीबील में ब्रह्मपुत्र नदी पर बने देश के सबसे लंबे रेल-सड़क पुल का उद्घाटन किया था. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से इन फंसे खनिकों को बचाने की अपील की है.

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श्रमिक यहां 13 दिसंबर को पूर्वी जयंतिया पहाड़ियों में पानी से भरे कोयले के खदान में फंस गए थे. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम उन्हें बचाने के लिए जूझ रही है लेकिन 370 फीट गहरे खदान में पानी का स्तर बढ़ने से राहत कार्यों में रुकावट आ रही है. एनडीआरएफ ने फंसे हुए खनिकों का पता लगाने के लिए सोनार सिस्टम और अंडरवाटर कैमरे का प्रयोग किया है. कम विजबिलिटी की वजह से हालांकि यह सिस्टम किसी का भी पता लगाने में नाकाम रही है.

मेघालय सरकार की सफाई पेश

राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसने के बाद मेघालय में सत्तारूढ़ एनपीपी-बीजेपी ने कहा कि राज्य सरकार उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने गांधी की टिप्पणियों का जिक्र किए बगैर कहा कि कोई लापरवाही नहीं है. प्रशासन और एनडीआरएफ ने खनिकों का पता लगाने में बहुत मेहनत की है लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें सफलता नहीं मिली है.

उन्होंने कहा कि अभी तक खान से 12 लाख लीटर पानी बाहर निकाला गया है लेकिन ऐसा मालूम होता है कि पूरी नदी ही खान के भीतर घुस गई है. संगमा ने कहा कि उच्च क्षमता वाले पंपों को मंगवाना और उन्हें घटना स्थल तक लेकर जाना आसान काम नहीं है. आशा है कि यह पंप जल्दी ही पहुंचेंगे और बचाव कार्य में उससे मदद मिलेगी. बीजेपी का भी कहना है कि राज्य की संगमा सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है.

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