करगिल को एक ‘बड़ी सफलता’ करार देते हुए पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि भारत 1999 के करगिल युद्ध की वजह से ही कश्मीर पर बातचीत करने को तैयार हुआ.
एक टीवी कार्यक्रम में दिए गए साक्षात्कार में मुशर्रफ ने कहा, ‘‘हां! वास्तव में यह एक बहुत बड़ी सफलता थी क्योंकि इसका एक प्रभाव पड़ा यहां तक कि भारतीय पक्ष पर भी. हमने कश्मीर विवाद पर किस तरह चर्चा शुरू की? यह कैसे हुआ कि भारतीय कश्मीर पर चर्चा करने पर सहमत हो गए तथा इस बात पर भी सहमत हो गए कि इसका हर हाल में समझौते के जरिए समाधान होना चाहिए. इससे पहले ऐसा हरगिज नहीं था.’’
विवादास्पद करगिल अभियान का जबर्दस्त बचाव करते हुए मुशर्रफ ने कहा, ‘‘इससे पहले कश्मीर मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हो सकती थी. यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र में भी हमारे नेताओं के भाषण में कश्मीर का उल्लेख नहीं होता था. यह भारतीय पक्ष था. इसलिए, किस तरह कश्मीर पर भारतीय बातचीत की मेज पर आए?’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह यह जानकर भी करगिल को दोहराना चाहेंगे कि यह उनके व्यक्तित्व पर सवालिया निशान लगाकर समाप्त हुआ था मुशर्रफ ने कहा ‘‘मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता.’’