सीपीआई नेता और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल अस्पताल में पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य के विषय में जानकारी लेने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से मुलाकात की और वार्ड में जाकर मरीजों का हालचाल लिया.
कन्हैया कुमार ने आज तक से हुई खास बातचीत में कहा कि सभी लोग प्रार्थना करें. ये आपदा की घड़ी है. नौनिहाल अपना जान दे रहे हैं, उनकी मौतें हो रही हैं. हम सब लोगो को प्रार्थना करना चाहिए.
खल रही है विपक्ष की चुप्पी
बिहार में चमकी बुखार की वजह से लगातार हो रही बच्चों की मौत पर नीतीश कुमार की सरकार के साथ-साथ विपक्ष के नेताओं पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर विपक्ष के नेताओं की चुप्पी जनता को अखर रही है.
लोग तरह-तरह से नेताओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं कि क्या विपक्ष और पक्ष के नेता केवल वोटिंग की आखिरी डेट तक ही जनता से मतलब रखते हैं और उसके बाद भूल जाते हैं. सीपीआई नेता कन्हैया कुमार पर भी लोग पलायन का आरोप लगा रहे हैं. लोगों ने कन्हैया कुमार पर चुप रहने का भी आरोप लगाया है.
वहीं बिहार में चमकी बुखार से हुई मौतों पर नीतीश सरकार के साथ विपक्ष भी घिरता जा रहा है. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक हर कोई पूछ रहा है कि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव चुप क्यों हैं. इस बीच राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के उस बयान की भी खूब चर्चा हुई थी जिसमें कहा गया था कि मुझे नहीं पता तेजस्वी कहां हैं, शायद वह क्रिकेट विश्वकप देखने गए हैं, मुझे ज्यादा जानकारी नहीं हैं.
Bihar: Communist Party of India's Kanhaiya Kumar visits SKMCH Hospital in Muzaffarpur where 108 people have died due to Acute Encephalitis Syndrome (AES). pic.twitter.com/9NIRf0Gwzb
— ANI (@ANI) June 22, 2019
अब तक 145 बच्चों की मौत
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार की वजह से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 145 हो गई है. अकेले मुजफ्फरपुर में 127 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं पूरे बिहार में 145 बच्चे जान गंवा चुके हैं. इसे लेकर सोशल मीडिया और पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है.