केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को कहा कि पिछले दो दशकों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की जड़ें जमाने के साथ राज्य की रिवर बेड पर व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हुआ. उन्होंने कहा, इसकी वजह से हाल में आई भीषण बाढ़ का असर और गहरा गया.
जितेंद्र सिंह ने आतंकवाद को बाढ़ के साथ जोड़ते हुए कहा, ‘समस्या शुरू से दिखती है. कश्मीर में पिछले 25 सालों से जब आतंकवाद ने जड़ें जमायी, व्यापक स्तर पर अतिक्रमण हुआ और रिवर बेड बाधित हो गया.’ प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘आतंकवाद ने कश्मीर में नव धनाढ्यों का निर्माण किया. उन्होंने सोचा कि दूसरे लोगों की जमीनें उनकी हैं. उन्होंने सोचा कि नदी पेटी और तट उनके हैं और उन पर अतिक्रमण कर लिया.’
केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘सत्ता के मद में उन लोगों ने अतिक्रमण किया और बड़ी इमारतें, मॉल तथा अन्य रचनाएं बनाईं, जिससे झेलम जैसी नदी अवरूद्ध हो गई.’ सिंह ने कहा कि बाढ़ से हुई तबाही को प्रकृति की चेतावनी समझना चाहिए तथा भूल सुधार करना चाहिए.
इनपुट: भाषा