भारत और पाकिस्तान की सीमा की रखवाली करने वाले बलों की बैठक में भारत ने पाकिस्तान से भविष्य के बारे में बातें करने का आग्रह किया. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि बैठक में अधिकांश समय भारत ने ही बात रखी.
संघर्षविराम उल्लंघन से लेकर भारतीय फौजियों पर छिपकर की जाने वाली गोलाबारी तक के कई मुद्दों को उठाया. बातचीत का समापन 'सौहार्दपूर्ण तरीके से' हुआ. दोनों पक्ष सीमा पर समन्वित तरीके से गश्त लगाने पर राजी हुए. साथ ही संघर्षविराम उल्लंघन की निगरानी पर भी सहमति बनी.
एक अधिकारी ने बताया, 'भारत ने अधिकांश समय बात की और पाकिस्तानी पक्ष ने उसे ध्यान से सुना. बातचीत अच्छे माहौल में खत्म हुई. पाकिस्तान ने अतीत के कुछ मामलों को उठाया. अधिकारी ने बताया कि हमने कहा, अतीत की बातों से कुछ हासिल नहीं होगा. अगर आपके पास 20 बिंदु हैं तो हमारे पास 40 हैं. कोई ऐसी व्यवस्था बनाते हैं जिससे इस स्थिति पर काबू पाया जा सके.'
सूत्रों ने बताया कि ज्यादा जोर संवाद और संपर्क के अधिक जरिए खोलने पर रहा. पाकिस्तान ने अपनी वायुसीमा के उल्लंघन का मुद्दा उठाया. भारत ने घुसपैठ का मुद्दा उठाया और कहा कि यह कैसे हो सकता है कि पाकिस्तानी रेंजर्स इससे वाकिफ न हों.
सूत्रों ने बताया कि रेंजर्स ने कहा कि वे घुसपैठ रोकने में असमर्थ हैं. अधिकारी ने बताया, 'पाकिस्तान रेंजर्स ने कहा कि उनके पास सीमा पर भारत जैसे अत्याधुनिक संसाधन नहीं हैं.'
-इनपुट IANS