प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के. पी. शर्मा ओली ने शनिवार को मुलाकात की और प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया. नेपाल के प्रधानमंत्री भारत की छह दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचे. मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान जारी किया. दोनों नेताओं ने भारत और नेपाल के बीच 9 महत्वपूर्ण समझौते किए.
PM Modi and Nepal PM KP Sharma Oli inaugurate 400kv India(Muzzafarpur)-Nepal(Dhalkebar) transmission system pic.twitter.com/s1plMnkf4h
— ANI (@ANI_news) February 20, 2016
भारत-नेपाल के बीच अहम समझौते
भारत और नेपाल के बीच शनिवार को कुल 9 करार हुए. इसके तहत दोनों देशों के बीच के ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर और कई हाईवे बनाए जाएंगे. अगले 2 साल में भारत नेपाल को 80 मेगावाट बिजली देगा. नेपाल ने भारत को भरोसा दिलाया है कि वो अपनी धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा. आर्ट और कल्चर के क्षेत्र में भी करार हुए हैं. पीएम मोदी और ओली ने मुज्जफरपुर-ढालकेबार पावर ट्रांसमिशन लाइन की भी बटन दबाकर शुरुआत की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मैं नेपाल के लोगों की आशाओं का, जागरुकता का और उनके विवेक का सम्मान करता हूं. एक धनी संस्कृति और परंपरा के हम साझे उत्तराधिकारी हैं'.
Ye spasht hai ki Nepal ki sthirta Bharat ki suraksha se judi huyi hai-PM Modi pic.twitter.com/I5qBJZtmPf
— ANI (@ANI_news) February 20, 2016
जबकि नेपाली प्रधानमंत्री ओली ने अपने भारत दौरे के महत्व को बताते हुए कहा कि उनका भारत आने का मकसद आपसी मतभेद को भुलाना था जो बीते कुछ महीनों से दोनों देशों के बीच बन गए थे.
India is now emerging as one of economic power houses: KP Sharma Oli,Nepal PM pic.twitter.com/rl7JZg2OFb
— ANI (@ANI_news) February 20, 2016
इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, 'गहरे संबंधों पर विचार विमर्श हो रहा है. मोदी और ओली ने प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता का नेतृत्व किया. ' मोदी और ओली की हैदराबाद हाउस में मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता की शुरुआत हुई. यह 2011 के बाद किसी नेपाली प्रधानमंत्री का पहला द्विपक्षीय भारत दौरा है. इससे पहले 2011 में बाबूराम भट्टराई ने भारत का दौरा किया था.
वर्ष 2014 में नेपाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री सुशील कोइराला, नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त 2014 में नेपाल का द्विपक्षीय दौरा किया था, जो 17 वर्षो में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला नेपाल दौरा था. मोदी ने इसके बाद नवम्बर 2014 में काठमांडू में आयोजित दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) सम्मेलन में शिरकत की थी. इससे पहले शनिवार को ओली का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया, जहां उन्हें 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया. इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ओली से मुलाकात की. स्वरूप के मुताबिक, इस मुलाकात के दौरान ओली ने सुषमा से कहा कि भारत और नेपाल के बीच स्वाभाविक और सांस्कृतिक संबंध हैं.