सेक्स स्कैंडल चलाने और ब्लैकमेल करने के एक आरोपी को केरल में एक विधायक के हॉस्टल से गिरफ्तार किया गया तो एक ऐसी दास्तां सामने आई, जिसने सबको हिलाकर रख दिया. आरोपी बिजनेस और राजनीति के हाई प्रोफाइल लोगों को अपना निशाना बनाता था.
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक जयचंद्रन नाम के इस आरोपी ने होटलों और फ्लैटों में कई एनआरआई और राजनेताओं के साथ महिलाओं की आपत्तिजनक वीडियो बनाई और फिर उन्हें ब्लैकमेल करता था. इस पूरे स्कैंडल का खुलासा उस समय हुआ जब एक एनआरआई ने कोच्चि पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई कि एक गैंग उनसे 3 करोड़ रुपये की मांग कर रहा है.
पुलिस ने बुधवार रात जयचंद्रन को एक विधायक के हॉस्टल के बाहर से गिरफ्तार किया. आरोपी पुलिस से भागने के लिए यहां से निकला था, लेकिन पुलिस ने उसे धर दबोचा. खबर है कि जयचंद्रन हॉस्टल में केरल कांग्रेस के महासचिव सरतचंद्र प्रसाद के नाम पर रह रहा था. प्रसाद पूर्व विधायक हैं और हॉस्टल में पूर्व विधायक को 10 रुपये प्रति दिन पर कमरा मिला था.
जयचंद्रन की गैंग में महिलाएं और दलाल भी हैं. उसकी गैंग ने बिजनेसमैन को दो महिलाओं के साथ बिजनेसमैन का वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की. उन्होंने बिजनेसमैन को वीडियो दिखाते हुए उसे धमकी दी कि यह वीडियो उसके परिवार और दोस्तों को भेज देंगे. जयचंद्रन की गैंग अब पुलिस की गिरफ्त में है.
शिकायतकर्ता के एक दोस्त को भी जयचंद्रन की गैंग ने इसी तरह बलैकमेल किया था, जिसने बाद में आत्महत्या कर ली. संपत्ति के एक कारोबार में शिकायतकर्ता और उसके दोस्त की साझेदारी थी. जयच्रंद्रन के अलावा पुलिस ने दो महिलाएं और दो अन्य को गिरफ्तार किया है.
सरतचंद्र प्रसाद के अनुसार उन्होंने विधायक के हॉस्टल में कांग्रेस नेता सुनील कोट्टारक्करा के लिए कमरा लिया था और उन्हें इस बात की बिल्कुल भी जानकारी नहीं है कि वहां जयचंद्रन रह रहा था. हालांकि सरतचंद्र ने ये बात मानीं कि जब उन्होंने तिरुवनंतपुरम में एक इफ्तार पार्टी दी तो जयचंद्रन वहां मौजूद था.
सरतचंद्र ने अपने विरोधियों पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक गिरते हुए इंसान को रौंदना और भी आसान होता है. कोच्चि के डीसीपी आर. निशांतिनी का कहना है कि पुलिस फिलहाल एनआरआई की शिकायत पर ही कार्यवाही कर रही है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि आरोपी के राजनीतिक संबंध इस मामले में कोई महत्व नहीं रखते.