विधानसभा चुनावों में प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर निगरानी और पाबंदी के लिए चुनाव आयोग ने एक रेट लिस्ट जारी की है. अब इसी के मुताबिक प्रत्याशियों का खर्च जोड़ा जाएगा. लिस्ट के मुताबिक दो बिस्किट के साथ एक चाय 9 रुपये की. एक फूलमाला 90 रुपये की, किसी सभा या रैली में एक कुर्सी 36 रुपये की मानी जाएगी. अगर किसी गाड़ी पर लाउड स्पीकर लगाकर प्रचार किया जा रहा है तो इसके 1725 रुपये जोड़े जाएंगे.इस रेट लिस्ट को राजनैतिक दल गड़बड़ मान रहे हैं. उनका कहना है कि बाजार में इन चीजों का दाम कहीं कम है. इस पर आयोग कह रहा है कि यह फौरी तौर पर बनाई गई लिस्ट है और आयोग और नेताओं के बीच मीटिंग के बाद फाइनल रेट लिस्ट बनाई जाएगी.
चुनाव आयोग ने यह साफ कर दिया है कि अगर प्रत्याशी प्रचार के लिए निकलते हैं और रास्ते में कार्यकर्ता उनका फूल माला या शर्बत पानी से स्वागत करते हैं, तो इन सब इंतजामों में खर्च की गई रकम माननीय बनने की चाहत पाले नेता जी के खर्चे में जोड़ी जाएगी.और जाहिर है कि ये रकम चुनाव आयोग की तय की गई सीमा 14 लाख से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए.
प्रत्याशी कितना खर्च कर रहे हैं, यह तो वह चुनाव बाद बताएंगे. मगर प्रचार के दौरान ही चुनाव आयोग के पर्यवेक्षक एक शैडो रजिस्टर मेंटेन करेंगे,जिसमें प्रकट रूप से नजर आती चीजों के अनुमानित खर्च दर्ज कर लिए जाएंगे.
कॉफी मशीन से लेकर गमले तक हैं शामिल
चुनाव आयोग ने 91 चीजों की लिस्ट बनाई है, जिनके अनुमानित खर्चे बताए गए हैं. इस लिस्ट में सोफा सेट, कुर्सियां, गाड़ियां, बैनर, कट आउट, पोडियम, लाउस स्पीकर, एंप्लीफायर, लाइट, पंखे, गमले, हार, टेंट, कॉफी मशीन जैसी चीजें शामिल हैं.इसमें खाने का रेट भी दिया गया है. नॉनवेज डिनर की कीमत 190 रुपये तो अंडे वाले नाश्ते की कीमत 39 रुपये रखी गई है.