जम्मू-कश्मीर के जम्मू जिले में चेनाब नदी के तेज प्रवाह में बहकर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान पाकिस्तान पहुंच गया था. बीएसएफ का जवान सत्यशील यादव जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अखनूर क्षेत्र में जल गश्ती दल का हिस्सा था. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि पाकिस्तान जल्द ही सत्यशील को वापस सौंप देगा.
इससे पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान की आईएसआई और फील्ड इंटेलिजेंस यूनिट (एफआईयू) के अधिकारी सियालकोट के पास आर्मी के मर्की वाला कैंप में सत्यशील से पूछताछ करने के लिए पहुंचे. आईएसआई और एफआईयू ने सत्यशील से बीएसएफ प्लानिंग, बीएसएफ की तैनाती, उसकी पुरानी पोस्टिंग और बीएसएफ द्वारा इस्तेमाल में लाए जाने वाले हथियारों के बारे में पूछताछ की. इतना ही नहीं अधिकारियों ने ये भी पूछा कि लोग पाकिस्तान के बारे में सीमा पार लोग क्या सोचते हैं.
भारत की ओर से लगातार बीएसएफ के जवान को वापस लाने की कोशिशें की जा रही हैं. बीएसएफ के एक सूत्र ने बताया, 'पाकिस्तान रेंजर्स ने इसकी पुष्टि की है कि भारतीय जवान उसकी हिरासत में है. हमने जवान को वापस लाने के लिए फ्लैग मीटिंग का प्रस्ताव रखा है.'
बीएसएफ के सूत्रों के मुताबिक, 'गश्ती दल के मोटर बोट में बुधवार को कुछ तकनीकी गड़बड़ी आ गई, जिसके कारण सत्यशील नदी में बह गया.' सूत्र ने कहा, 'हालांकि सत्यशील के तीन सहकर्मी तैरकर बच निकलने में कामयाब रहे, लेकिन सत्यशील नदी की तेज धारा में बहकर पाकिस्तान के हिस्से में जा पहुंचा.'
सत्यशील नदी के पानी के तेज प्रवाह के साथ पाकिस्तान के सियालकोट इलाके में बजवात गांव पहुंच गए. वह उत्तर प्रदेश में फिरोजाबाद से ताल्लुक रखते हैं.