दो सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कथित भर्ती घोटाले में फंसे कर्नाटक के मेडिकल शिक्षा मंत्री रामचंद्र गौड़ा ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के कहने पर इस्तीफा दे दिया है.
राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय को भर्ती किए गए लोगों की सूची सौंपने से एक दिन पहले गौड़ा ने इस्तीफा दिया है.
पिछले हफ्ते अदालत ने मैसूर एवं हसन के मेडिकल कॉलेजों में भर्ती अनियमितता को लेकर गौड़ा की खिंचाई की थी.
गौड़ा कल शाम भगवान वेंकटेश्वर की पूजा करने के लिए तिरूपति जा रहे थे तभी येदियुरप्पा ने इस्तीफा के लिए उन्हें बुला लिया.
अपनी दो पंक्ति के त्यागपत्र में उन्होंने कहा, ‘आपकी इच्छाओं के मुताबिक मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं. मंत्री के तौर पर अवसर देने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं.’
कभी येदियुरप्पा के विश्वस्त रहे गौड़ा ने भविष्य की योजनाओं का खुलासा नहीं किया लेकिन अनियमितता के आरोपों से इंकार किया है.
मैसूर और हसन में साढ़े तीन सौ से ज्यादा पैरामेडिकल कर्मचारियों की भर्ती में अनियमितता को लेकर गौड़ा विपक्ष के निशाने पर थे.
दक्षिण के किसी राज्य में पहली बार बनी भाजपा सरकार के 28 महीनों के भीतर विवाद के कारण मंत्रिमंडल से बाहर किए गए वह तीसरे मंत्री हैं.
इससे पहले एस एन कृष्णया शेट्टी और एच हलप्पा को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.