लगता है कि कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारियां घोटालों का खेल बन गई हैं. स्पॉन्सरशिप हो या सामानों की खरीद-बिक्री, सबमें गड़बड़ी साफ दिखी है. आज तक कर रहा है खेलों के पहचान-पत्र को बनवाने में हो रहे घोटाले का बड़ा खुलासा. आज तक के पास मौजूद दस्तावेज बताते हैं कि हैं आम आदमी की कमाई पानी की तरह बह रही है.