कांग्रेस की ओर से आए दिन कोई न कोई बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर निशाना साधता रहता है, इसी लिस्ट में अब केंद्री वित्त मंत्री पी चिदंबरम का नाम भी जुड़ गया है. चिदंबरम ने कहा कि मोदी 'आई, मी, माइन' (मैं और सिर्फ मैं...) चुनावी अभियान चला रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने कहा, 'उनका रुख मैं, मेरा और सिर्फ मैं है.' मोदी के भारत की अवधारणा के लिए खतरा होने की दलील के बारे में सवाल पर चिदंबरम ने कहा, 'भारत की अवधारणा को कोई खत्म नहीं कर सकता. आरएसएस भारत की अवधारणा को खत्म नहीं कर सका. भारत की अवधारणा अस्तित्व में रहेगी. यह अवधारणा इतनी मजबूत है कि कोई एक राजनीतिक दल या नेता इसकी हत्या नहीं कर सकता.'
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मोदी को 2002 के दंगों के सभी आरोपों से कोर्ट द्वारा बरी कर दिया गया मानते हैं तो वित्त मंत्री ने कहा, 'नहीं, मैं ऐसा नहीं मानता. 2002 में जो कुछ हुआ उसके दो पहलू हैं. एक कानूनी अपराध है. दूसरा नैतिक और राजनीतिक जवाबदेही है. पहले पहलू की बात करें तो मामला कोर्ट में अब भी विचाराधीन है. कोर्ट ने एसआईटी की रिपोर्ट स्वीकार कर ली, लेकिन इसे ऊपरी कोर्ट में चुनौती दी गई है. लेकिन मैं इस पर इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा.'
चिदंबरम ने कहा, 'दूसरे पहलू की बात करें तो मैं पूरी तरह स्पष्ट हूं कि राजनीतिक और नैतिक जवाबदेही मुख्यमंत्री के साथ जुड़ी है. जब यह हुआ तो वह कई महीनों से मुख्यमंत्री थे. पिछले 12 सालों में उन्होंने अपनी नैतिक और राजनीतिक जवाबदेही से इनकार किया और यह सबसे निराशाजनक है कि वह इन शब्दों को बोलने में भी अनुच्छिक दिखते हैं- 'मैं माफी मांगता हूं.'
इस सवाल पर कि वह मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में किस तरह से देखते हैं तो चिदंबरम ने कहा कि वह कई मुद्दों पर उनके विचार नहीं जानते हैं. उन्होंने कहा, 'उन्होंने कई मुद्दों पर बात की है. उन्होंने कभी भी संवाददाता सम्मेलन संबोधित नहीं किया. मैंने कुछ सवाल उठाए हैं- उनका राजकोषीय घाटे पर क्या विचार है, राजकोषीय घाटे, राजस्व घाटे पर उनका क्या दर्शन है?'