सीबीआई ने तेज गति की 300 से ज्यादा टेलीफोन लाइनों के कथित आवंटन के मामले में उस वक्त के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन के अतिरिक्त निजी सचिव रहे वी गौतमन सहित तीन लोगों को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया.
गौतमन के अलावा सीबीआई ने 'सन टीवी नेटवर्क' के मुख्य तकनीकी अधिकारी एस कन्नन और इलेक्ट्रीशियन एलएस रवि को भी गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने कहा कि तीनों को कुछ अहम सबूत एकत्र करने के लिए गिरफ्तार किया गया है और ये सबूत उनसे पूछताछ में सामने आ सकते हैं.
सीबीआई ने बताया कि इनको गुरुवार को चेन्नई स्थित एक अदालत में पेश किया जाएगा. यह मामला तेज गति की 300 से अधिक टेलीफोन लाइनों को तत्कालीन केंद्रीय दूरसंचार मंत्री मारन के चेन्नई स्थित आवास को कथित तौर पर आवंटित करने का है. आरोप है कि इन लाइनों को उनके भाई के 'सन टीवी नेटवर्क' को दे दिया गया.
सीबीआई ने अक्टूबर, 2013 में एफआईआर दर्ज की थी और इसमें मारन और बीएसएनएल के अधिकारियों और सांसद वेलुस्वामी का नाम था. इन अधिकारियों में मुख्य महाप्रबंधक के. ब्रह्मनाथन का नाम भी था. शुरुआती जांच में सीबीआई ने इसे पूर्व मंत्री के खिलाफ नियमित मामले के तौर पर आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त तथ्य हासिल करने का दावा किया था.
- इनपुट भाषा