कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के आगामी पूर्ण सत्र के लिए नई संचालन समिति (Steering Committee) का गठन किया है. 34 सदस्यीय इस कमेटी में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम समेत अन्य को शामिल किया गया है.
यह संचालन समिति कांग्रेस की कार्यसमिति की जगह लेगी. राहुल गांधी द्वारा गठित इस समिति की बैठक 17 फरवरी को कांग्रेस मुख्यालय में होगी. इससे पहले कांग्रेस पार्टी में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही थी. साथ ही कहा जा रहा था कि राहुल गांधी कांग्रेस की सबसे बड़ी फैसला लेने वाली बॉडी 'कार्यसमिति' को आने वाले दिनों में भंग करने वाले हैं यानी सोनिया गांधी के कार्यकाल में बनी यह कार्यसमिति अब राहुल के कार्यकाल में नए सिरे से गठित होगी.
Congress President Rahul Gandhi constitutes a Steering Committee for upcoming plenary session. It has 34 members including Sonia Gandhi, Manmohan Singh, AK Antony, Ahmed Patel, Ghulam Nabi Azad, P Chidambaram & others. pic.twitter.com/emH74JdmYC
— ANI (@ANI) February 16, 2018
कहा जा रहा था कि राहुल गांधी ने प्रक्रिया के तहत अब कांग्रेस की पुरानी कार्यसमिति को भंग करने का मन बना लिया है. तकनीकी तौर पर कार्यसमिति भंग होते ही वह संचालन समिति में तब्दील हो जाएगी, जो अगले महीने 17-18 मार्च को दिल्ली में संभावित पार्टी के अधिवेशन तक कार्यवाहक तौर पर बनी रहेगी. हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आलाकमान के समक्ष मोहाली में अधिवेशन कराने को प्रस्ताव रखा है.
अभी तक कांग्रेस अध्यक्ष समेत कार्यसमिति में कुल 25 सदस्य होते थे, जिसमें 12 का चुनाव होता था और 12 सदस्य पार्टी अध्यक्ष द्वारा मनोनीत होते थे. माना जा रहा है कि नई संचालन समिति का गठन होने से राहुल गांधी की टीम सामने आ गई है. साथ ही कांग्रेस पार्टी में सोनिया गांधी का सियासी युग समाप्त हो गया है. हालांकि राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को नई संचालन समिति में जगह दी है.