एक ओर कांग्रेस पार्टी चिंतन शिविर के जरिए पार्टी व सरकार की सेहत सुधारने में जुटी है. दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल आम आदमी के हितों की दुहाई देते हुए कांग्रेस पर सियासी तीरों की बौछार कर रही है. बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस ने आम जनता का भरोसा खो दिया है.
कांग्रेस की कथनी व करनी में अंतर
बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर करारा प्रहार करते हुए पूछा है कि वह बताए कि महंगाई पर काबू पाने के वादे का क्या हुआ? बीजेपी प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस जनता को महंगाई से राहत दिलाने की बजाए इसे और बढ़ाने वाला कदम उठा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में कोई मेल नहीं है.
'चिंतन' शिविर नहीं, बल्कि 'चिंता' शिविर
जयपुर में हो रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर के बारे में निर्मला सीतारमण ने कहा कि आत्मचिंतन सही तरीके से होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दरअसल यह 'चिंतन' शिविर नहीं, बल्कि 'चिंता' शिविर है. बहरहाल, डीजल के दामों से सरकारी नियंत्रण हटाकर यूपीए सरकार ने विपक्ष को वार करने का एक मौका मुहैया करा दिया है.
समर्थन वापस लें एसपी व बीएसपी: जोशी
बीजेपी के अन्य नेता भी बयानों से सियासत में भूचाल लाने की कोशिशों में जुटे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सचमुच आम जनता की मदद करना चाहती है, तो उसे यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि इन पार्टियों को अपने रवैए में बदलाव लाना चाहिए, नहीं तो जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी.
जनता को गुमराह कर रही है कांग्रेस
मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि चीजों के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ाने वाले यूपीए सरकार के फैसले आम लोगों के एकदम खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को गुमराह कर रही है.
डीजल की कीमत में बढ़ोतरी गलत
मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि यूपीए सरकार अब हर चीज को बाजार की शक्तियों के हवाले कर रही है. उन्होंने कहा कि डीजल की कीमत में बढ़ोतरी से आम जनता बुरी तरह प्रभावित होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस फैसले का हरसंभव विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस महंगाई नहीं कम कर सकती, तो उसे सरकार से हट जाना चाहिए.