राज्यसभा में सोमवार को लोकपाल बिल पर चर्चा नहीं हो सकी. दरअसल, केंद्रीय श्रममंत्री शीशराम ओला के निधन के बाद आज उन्हें संसद में श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित हो गई.
लोकपाल बिल पास कराने को लेकर इधर कुछ दिनों से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तो मुस्तैद नजर आ ही रहे हैं. अब केंद्रीय मंत्री और नेशनल कॉंन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने बयान दिया है कि हम लोकसभा में बिना किसी चर्चा के ही लोकपाल बिल पास कराएंगे. फारुख अब्दुल्ला ने कहा, 'हमें लोकपाल की जरूरत है. हम लोग इसका पिछले कई सालों से इसका इंतजार कर रहे थे.'
इतना ही नहीं, लोकसभा में एक भी सीट न रखने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के मुखिया रामविलास पासवान ने कहा है कि वे लोकसभा में बिल का समर्थन करेंगे. पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि समाजवादी पार्टी भी इस बिल का समर्थन करे.
कुल मिलाकार सियासी पार्टियां हवा का रुख भांपकर लोकपाल बिल का समर्थन या खिलाफत कर रही हैं. लोकपाल बिल अपने मौजूदा ढांचे में पास हो पाता है या नहीं, यह देखने वाली बात होगी.