सीबीआई ने सत्तारूढ़ बीजद और बीजेपी के तीन नेताओं के आवास समेत तकरीबन एक दर्जन स्थानों पर आज छापेमारी की. यह छापेमारी ओड़िशा में करोड़ों रपये के चिटफंड घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के सिलसिले में की गई.
नौपदा जिले में बीजेपी नेता और खारियाड़ से पूर्व विधायक हितेश बराग्रती ने कहा, 'सीबीआई अधिकारियों ने खड़ियार में मेरे आवास पर छापेमारी की और कुछ दस्तावेज जब्त किए. उन्होंने मेरा एटीएम कार्ड लिया और बैंक पास बुक ले ली.' सीबीआई सूत्रों ने बताया कि 10 समूह बनाकर अधिकारियों ने दो चिटफंड कंपनियों नबदिगंत कैपिटल सर्विस लिमिटेड और मेसर्स रोज वैली ग्रुप ऑफ कंपनीज के कार्यालयों पर छापेमारी की.
सूत्रों ने बताया कि भुवनेश्वर, क्योंझर, नौपदा, मयूरभंज और नयागढ़ जिलों में छापेमारी की गई. उन्होंने कहा कि टीम अब भी छापेमारी कर रही है. बागरती ने माना कि उन्हें नबदिगंत कैपिटल सर्विस लिमिटेड का निदेशक बनाया गया है. हालांकि, उन्होंने चिटफंड कंपनी की गतिविधियों के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया.
बागरती के अतिरिक्त सीबीआई सूत्रों ने बताया कि मयूरभंज से बीजद सांसद राम चंद्र हंसदा और बीजद नेता तथा पूर्व विधायक सुवर्ण नायक के आवास पर भी छापेमारी की गई. नायक और हंसदा दोनों ने कहा कि उनके पास अपने आवास पर सीबीआई की छापेमारी होने के बारे में कोई सूचना नहीं है.
सूत्रों ने हालांकि कहा कि सीबीआई टीम ने मयूरभंज जिले के बिसोई स्थित पैतृक गांव और भुवनेश्वर स्थित हंसदा के आवास पर छापेमारी की. इसी तरह, क्योंझर जिले के गोविंदपुर गांव में सुवर्ण नायक के आवास पर छापेमारी की गई. तीनों नेता कथित तौर पर नबदिगंत कैपिटल सर्विस लिमिटेड की गतिविधियों में शामिल हैं.
सीबीआई उच्चतम न्यायालय के 9 मई के आदेश के बाद सारदा समूह समेत कम से कम 43 चिटफंड कंपनियों की गतिविधियों की जांच कर रही है, बाद उनके आवास पर छापेमारी की.