जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी सज्जाद सुरक्षा एजेंसियों के सामने लगातार खुलासे कर रहा है. पाकिस्तान एक बार फिर भारत के सामने बेनकाब हो गया है. दिलचस्प बात यह है कि सज्जाद को पकड़ने में सेना ने 'मिर्ची बम' का इस्तेमाल किया.
इस बीच, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि इस मामले में कुछ और तथ्य जुटाए जा रहे हैं. पकड़े गए आतंकी को सेना के सेंट्रल इंसर्जेसी स्पेशल फोर्स अपने साथ श्रीनगर लेकर आई, जहां उससे पूछताछ की जा रही है. सज्जाद के पकड़े जाने से जुड़े अभियान की कहानी बेहद दिलचस्प है.
उत्तरी कश्मीर से पकड़ा गया सज्जाद
उत्तरी कश्मीर के रफियाबाद में रात-दिन चले सेना के सर्च ऑपरेशन में पाकिस्तानी आतंकी सज्जाद अहमद पकड़ा गया. सज्जाद लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है. यह उन 5 आतंकियों में से एक है, जिन्होंने 25-26 अगस्त की रात को एलओसी के रास्ते भारत में घुसपैठ की थी.
सेना के टेक्निकल इंटेलिजेंस यूनिट ने एक सिग्नल पकड़ने के बाद अधिकारियों से एक समूह के आतंकियों की घुसपैठ की बात बताई. सूचना मिलने के बाद सेना ने घेराबंदी की और मुठभेड़ में 3 आतंकियों को मार गिराया और सज्जाद जिंदा पकड़ा गया.
Picture of the terrorist who was caught alive by security forces in Rafiabad, Sopore encounter. pic.twitter.com/6LS3K2t1c9
— ANI (@ANI_news) August 27, 2015
इस तरह सेना के हाथ लगा सज्जाद...
सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना को रफियाबाद में ऊंचाई पर एक गुफा दिखी. सेना की सर्च यूनिट जब वहां पहुंची, तब आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. सेना ने इस मुठभेड़ में 3 आतंकियों का मार गिराया. गुफा से आतंकियों को बाहर निकालने के लिए 'मिर्ची बम' और आंसू गैस के गोले दागे गए. सेना की इस कारवाई से गुफा में इकलौता बचा आतंकी रोने लगा और भारतीय सेना से जान की भीख मांगने लगा.
पिछले एक महीने के अंदर भारतीय सीमा में 2 पाकिस्तानी आतंकियों के पकड़े जाने से भारत का दावा मजबूत हो गया है. रक्षा विशेषज्ञ इसे बड़ी कामयाबी मान रहे हैं.